लखनऊः दिल्ली कार ब्लास्ट को लेकर यूपी एटीएस की टीम लगातार जांच कर रही है और गिरफ्तार डॉक्टरों की टीम के साथ-साथ संदिग्धों पर भी नजर बनाए हुए हैं. इसी कड़ी में लखनऊ के डॉक्टर भाई-बहन, डॉक्टर शाहीन शाहिद और डॉक्टर परवेज का आतंकी कनेक्शन सामने आने के बाद लखनऊ पुलिस अलर्ट हो गई है. आतंकी घटनाओं में शामिल रहे 18 संदिग्ध अब पुलिस की रडार पर हैं. इनकी निगरानी के लिए कई अलग-अलग टीम बनाई गई है. पुलिस इन संदिग्ध लोगों की पूरी हिस्ट्री खंगाल रही है. लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट इन 18 संदिग्ध को लेकर ये जांच कर रही है कि कहीं इनका कोई कनेक्शन दिल्ली ब्लास्ट से जुड़े लोगों के साथ तो नहीं है.
लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की ओर से अलग-अलग टीम बनाई गई है. एटीएस और खुफिया विभाग से मिली सूचनाओं के आधार पर जांच चल रही है. संभावित ठिकानों की पहचान कर तलाशी और निगरानी का जिम्मा टीमों को सौंपा गया है. बीते कुछ सालों में लखनऊ और उसके आसपास से जो संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार किया गए, एजेंसियां इनकी जानकारी जुटा रही है. जेल से बाहर आने के बाद ये संदिग्ध आतंकी फिर से सक्रिय तो नहीं हो रहे हैं, इसकी पड़ताल की जा रही है. इन सभी संदिग्ध की कॉल डिटेल्स, बैंकिंग लेनदेन और इंटरनेट मीडिया गतिविधियों की जांच भी की जा रही है.
लखनऊ से सटे बॉर्डर के थानों को भी अलर्ट किया गया है. बॉर्डर से लखनऊ में दाखिल होने वाले बाहरी संदिग्ध लोगों को खास निगरानी के निर्देश. लखनऊ के पश्चिमी जोन पुराने लखनऊ के कई थानों को सौंपी गई खास जिम्मेदारी. वहीं डॉ. शाहीन के भाई डॉ. परवेज के बैंक डिटेल्स खंगाले जा रहे हैं. यूपी एटीएस ने परवेज के घर से की-पैड वाले मोबाइल फोन, लैपटॉप, हार्ड डिस्क सहित कई अहम चीजें बरामद की हैं. यूपी एटीएस इनसे जुड़े सभी लोगों पर नजर बनाए हुए है.
इन 18 संदिग्धों की पहचान के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन पुलिस के मुताबिक इनमें से कुछ लोग जेल से बाहर आने के बाद फिर से सक्रिय हो सकते हैं. पुलिस इन सभी की जांच कर रही है कि कहीं वे आतंकी गतिविधियों में शामिल तो नहीं हो रहे है. पुलिस की टीमें इन सभी की निगरानी कर रही है और उनकी गतिविधियों की जांच कर रही है.
यह जांच चल रही है कि इन 18 संदिग्धों का कोई कनेक्शन दिल्ली ब्लास्ट से जुड़े लोगों के साथ तो नहीं है. पुलिस इन सभी की जांच कर रही है कि कहीं वे आतंकी गतिविधियों में शामिल तो नहीं हो रहे है.

