लसोड़ा के फायदे: एक औषधीय पेड़ जो कई बीमारियों का अचूक इलाज है
हमारे आसपास ऐसे बहुत से फल-फूल और पेड़-पौधे हैं, जिनका उपयोग आयुर्वेद में हमेशा से रामबाण माना जाता रहा है. लसोड़ा भी उनमें से एक है, जो अपने औषधीय गुणों के लिए मशहूर है, इसका पेड़ आमतौर पर बाग-बगीचों, जंगलों और गांवों में पाया जाता है. यह कई बीमारियों का अचूक इलाज है. लसोड़ा के पत्ते, छाल और अंगूर जैसे गुच्छों में लगने वाले फल बेहद गुणकारी होते हैं. आयुर्वेदिक उपचार में लसोड़ा के फल, फूल, पत्तों और तने का कई तरीकों से इस्तेमाल किया जाता है.
जिला अस्पताल बाराबंकी के चिकित्सक डॉ. अमित वर्मा (एमडी मेडिसिन) बताते हैं कि लसोड़ा एक औषधीय पेड़ है. इसके फल, पत्ते और छाल का सेवन काफी फायदेमंद है. इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, क्रूड फाइबर, फैट, आयरन, फॉस्फोरस और कैल्शियम जैसे कई गुणकारी तत्व पाए जाते हैं, जो हमें कई गंभीर बीमारियों से छुटकारा दिलाते हैं.
जिन लोगों को दांत दर्द की समस्या बनी रहती है और खाने-पीने में काफी तकलीफ होती है, ऐसे में उन्हें लसोड़े के पेड़ की छाल को पानी में उबालकर कुल्ला करने से राहत मिलती है. अगर आपका गला खराब है तो लसोड़े की छाल को पानी में उबालें और फिर छानकर पिएं. स्वाद के लिए आप इसमें काली मिर्च और शहद भी मिला सकते हैं. इससे आपके गले की खराश दूर हो जाएगी.
जो लोग सूजन की समस्या से जूझ रहे हैं, उनके लिए लसोड़ा रामबाण है. जोड़ों में दर्द, सूजन होने पर इसके छालों से काढ़ा बनाएं. इसमें थोड़ा सा कपूर मिलाएं और इससे सूजन और दर्द वाली जगहों पर मसाज करें. छाल या फिर इसके पत्तों को पीसकर लेप भी लगाने से आराम मिलता है.
अगर किसी को खाज, खुजली, फोड़े-फुंसियों की समस्या है, तो लसोड़े के बीज का पेस्ट बनाकर प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं. इससे खुजली, दाद में आराम मिलेगा. अगर आपको हर महीने पीरियड्स के दौरान काफी दर्द, पेट में मरोड़, कमर दर्द, मूड स्विंग आदि होता है, तो लसोड़ा खाएं. छाल का काढ़ा पिएं. दर्द से आराम मिलेगा.

