बरेली की तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी अंशिका वर्मा जिन्हें लोग “लेडी सिंघम” के नाम से जानते हैं, लगातार क्राइम कंट्रोल और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में मिसाल कायम कर रही हैं। मार्शल आर्ट्स में प्रशिक्षित और मिशन शक्ति अभियान की लीडर, अंशिका वर्मा ने कई हाई-प्रोफाइल मामलों को सुलझाया है। जानिए कैसे ये बहादुर महिला अधिकारी कानून की रक्षा के साथ-साथ समाज में महिलाओं के आत्मविश्वास की नई पहचान बन रही हैं।
बरेली की तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी अंशिका वर्मा लगातार क्राइम कंट्रोल में बरेली को संभाल रही हैं। महिलाओं को जागरूक करना और महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर काम करना उनकी प्राथमिकता है। अपने कार्यकाल में उन्होंने कई बड़े अपराधियों को सलाखों के पीछे की हवा खिलाई है। आईपीएस अंशिका वर्मा की गिनती उत्तर प्रदेश कैडर की तेजतर्रार अधिकारियों में होती है। वर्तमान में वे बरेली साउथ की एएसपी हैं।
2021 बैच की आईपीएस अधिकारी अंशिका वर्मा बरेली से पहले आगरा और गोरखपुर में भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। अपनी जुझारू प्रशासनिक क्षमता और महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देने के कारण उन्हें “लेडी सिंघम” कहा जाता है। वे मार्शल आर्ट में प्रशिक्षित हैं और बरेली में पहली महिला SOG (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) कमांडो यूनिट का नेतृत्व कर रही हैं, जो किसी भी प्रकार के उपद्रव से निपटने में सक्षम है। उनकी कार्यशैली तेजतर्रार, अनुशासित और दृढ़ संकल्प वाली मानी जाती है।
आईपीएस अधिकारी के रूप में अपने करियर में अंशिका वर्मा ने कई हाई-प्रोफाइल मामलों को सफलतापूर्वक सुलझाया है। बरेली में एक धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़ करने में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसका नेटवर्क 13 राज्यों में फैला हुआ था। आईपीएस अंशिका वर्मा महिला सशक्तिकरण अभियानों का नेतृत्व करती हैं और अपनी पेट्रोलिंग व त्वरित प्रतिक्रिया टीमों (QRT) के माध्यम से आम जनता, विशेषकर महिलाओं में सुरक्षा की भावना पैदा करने में सफल रही हैं।
उनकी कहानी समर्पण और कड़ी मेहनत का प्रेरक उदाहरण है, जिसने उन्हें बिना कोचिंग के सिविल सेवा परीक्षा पास करने और एक प्रभावशाली पुलिस अधिकारी बनने में मदद की। अंशिका वर्मा ने लोकल 18 से खास बातचीत में बताया कि वे मिशनशक्ति फेस 5 के तहत महिलाओं को सशक्त बनाने का काम कर रही हैं। बरेली प्रशासन द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सभी थानों में महिला जन सुविधा केंद्र बनाए जा रहे हैं। वीरांगना यूनिट और महिला SOG कमांडो यूनिट लगातार अपने कार्यों में जुटी हुई हैं।
बरेली में कई बड़े गिरोह का भंडाफोड़ भी महिला आईपीएस ऑफिसर, लेडी सिंघम अंशिका वर्मा के नेतृत्व में किया गया है। हाल ही में, उन्होंने एक गिरोह का भंडाफोड़ किया और महिलाओं को सतर्क रहने की सलाह दी। यह गिरोह शादीशुदा महिलाओं को अपने झांसे में फंसाकर उन्हें विधवा दिखाने, फर्जी दस्तावेज तैयार करने और सरकारी फंड का गलत तरीके से उपयोग करने का काम कर रहा था।
इस खुलासे के बाद अंशिका वर्मा ने महिलाओं से विशेष अपील की कि वे किसी के भी झांसे में न आएं और सोशल मीडिया व फोन पर चल रहे फ्रॉड से सावधान रहें। यदि कोई महिला साइबर फ्रॉड या अन्य अपराध में फंसती है, तो तुरंत अपने नजदीकी थाने या पुलिस प्रशासन से संपर्क करें और इस तरह के अपराध को रोकने में मदद करें।

