मेरठ में लगातार वायु प्रदूषण की स्थिति खराब बनी हुई है. लोगों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. एक्सपर्ट डॉक्टर सुनील कुमार के अनुसार अभी लोगों को सावधानी बरतने की काफी आवश्यकता है. क्योंकि यह वायु प्रदूषण लोगों के लिए काफी गंभीर समस्या उत्पन्न कर सकता है. मेरठ में लगातार वायु प्रदूषण की स्थिति खराब होती जा रही है. प्रतिदिन आंकड़ों में गिरावट की जगह बढ़ोतरी ही देखने को मिल रही है. कुछ इसी तरह से शनिवार सुबह 8:00 बजे तक अगर लाइव आंकड़ों की बात की जाए तो मेरठ में 530 एक्यूआई दर्ज किया गया है. जो कि दीपावली से अब तक का सबसे अधिकतम एक्यूआई है. जबकि शुक्रवार की अगर बात करें तो मेरठ में 443 दर्ज हुआ था. हालांकि इसमें दिन में परिवर्तन देखने को मिलता है. जिससे लोगों को राहत मिल जाती है. इन इलाकों में भी 500 पर हुआ एक्यूआई मेरठ जनपद के प्रमुख प्रदूषण वाले इलाकों की अगर बात की जाए तो इसमें गंगानगर, जयभीम नगर और पल्लवपुरम फेज टू से प्रतिदिन आंकड़ों को रिकॉर्ड किया जाता है. इसमें शनिवार को जो लाइव आंकड़े दर्ज हुए हैं, वह अब तक के सबसे ज्यादा घातक आंकड़े माने जा रहे हैं. क्योंकि मेरठ के गंगानगर में जहां एक्यूआई 473 दर्ज हुआ है, वहीं दूसरी ओर जय भीम नगर में 521 और पल्लवपुरम फेज टू में यह 523 तक पहुंच गया है. इसी तरह से शुक्रवार को गंगानगर में जहां 368 एक्यूआई दर्ज हुआ है, वही जय भीम नगर में 455 एवं पल्लवपुरम फेज 2 में 429 तक यह आंकड़ा पहुंच चुका है. जबकि गुरुवार को गंगानगर में जहां एक्यूआई 316 दर्ज किया गया है, वहीं जयभीम नगर में 292 और पल्लवपुरम फेज 2 में यह आंकड़ा 298 पहुंच गया था. जबकि बुधवार को गंगानगर में 195 जय भीम नगर में 230 और पल्लवपुरम फेज 2 में 192 एक्यूआई दर्ज हुआ था. मंगलवार की एक्यूआई के आंकड़ों की बात की जाए तो गंगानगर में 239, पल्लवपुरम फेज टू- में 231 एवं जय भीम नगर में 242 रहा था. सरकार भी हो गई है सतर्क मेरठ सहित एनसीआर क्षेत्र में लगातार वायु प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है. प्रदेश सरकार के वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉक्टर अरुण कुमार ने भी शुक्रवार को इस संबंध में मेरठ आकर मेरठ मंडलायुक्त एवं बागपत नोएडा, गाजियाबाद सहित अन्य जिलों की अधिकारियों के साथ बैठक कर वायु प्रदूषण के रोकथाम के लिए ठोस उपाय करने के लिए दिशा निर्देश जारी किए. समय के साथ होता है लाइव आंकड़ों में बदलाव बताते चलें कि मेरठ वासियों के लिए राहत की बात है. अगर सुबह के समय के लाइव आंकड़ों की बात की जाए तो उसमें वायु प्रदूषण में अधिकतम बढ़ोतरी देखी जाती है. लेकिन धीरे-धीरे इन आंकड़ों में बदलाव होता रहता है. मेरठ में शुक्रवार को भी अगर लाइव आंकड़ों की बात की जाए तो मेरठ में अधिकतम 537 और न्यूनतम 168 एक्यूआई दर्ज हुआ है. ऐसे में एक्सपर्ट डॉक्टर अनिल कुमार के अनुसार सुबह के समय वातावरण में ठंड और प्रदूषण एक परत पर ही जमे रहते हैं. इसलिए लाइव आंकड़ों का लेवल हाई रहता है. लेकिन धीरे-धीरे जैसे ही हवा चलती है, मौसम में परिवर्तन होता है उसे लोगों को राहत मिल जाती है. लेकिन इसमें सावधानी ही प्रमुख बचाव है.
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