अलीगढ़ में यहां खाएं लाजवाब हलीम, स्वाद ऐसा कि चट जाएंगे उंगलियां
अगर आप लखनवी या हैदराबादी हलीम के शौकीन हैं, तो अब आपको उसके लिए लंबा सफर तय करने की ज़रूरत नहीं है. अलीगढ़ के शमशाद मार्किट में मौजूद हलीम पॉइंट शहर में अपनी खास पहचान बना चुका है. यहाँ का हलीम इतना मुलायम, मसालेदार और सुगंधभरा होता है कि एक बार खाने के बाद इसका स्वाद ज़ुबान पर देर तक रहता है. अलीगढ़ के शमशाद मार्किट पर मिलने वाला हलीम पिछले कई सालों से अलीगढ़ के फूडीज़ के लिए पसंदीदा ठिकाना बना हुआ है. सुबह के समय यहां भारी भीड़ उमड़ती है, खास मोकों के अलावा अब पूरे साल लोग इसका स्वाद लेने आते हैं. खास बात यह है कि यहां का हलीम न सिर्फ़ अलीगढ़ बल्कि बहार से आये लोगों के बीच भी काफी मशहूर है.
दुकानदार दानिश बताते हैं कि उनका हलीम पारंपरिक शुद्ध घी और धीमी आंच पर करीब 6 से 7 घंटे तक पकाया जाता है. इसमें इस्तेमाल होने वाले मसाले घर पर खुद भुने और पीसे जाते हैं, जिससे इसका स्वाद एकदम असली और लाजवाब बनता है. मटन को इतनी बारीकी से गलाया जाता है कि वह गेहूं और दाल के साथ पूरी तरह मिलकर एक गाढ़े, चिकने पेस्ट का रूप ले लेता है. हलीम बनाने के लिए सबसे पहले गेहूं, दाल और मटन को अलग-अलग उबाल लिया जाता है. फिर उन्हें एक बड़े भगोने में शुद्ध घी, अदरक-लहसुन का पेस्ट, प्याज़, गरम मसाला, दालचीनी, लौंग, इलायची, और काली मिर्च के साथ मिलाकर धीमी आंच पर पकाया जाता है. पकने के दौरान लगातार चलाते रहना जरूरी होता है ताकि यह नीचे न लगे. आखिर में नींबू का रस और हरी मिर्च डालकर इसे परोसा जाता है. ऊपर से तले प्याज़, हरा धनिया और घी की बूंदें स्वाद को और निखार देती हैं. यहां का हलीम अपनी क्रीमी टेक्सचर और मसालों के संतुलन के लिए जाना जाता है. न ज़्यादा तीखा, न ज़्यादा हल्का. बस परफेक्ट स्वाद. यहां हलीम के हर कौर में मसाले, घी और मटन की खुशबू घुली होती है. स्थानीय लोग बताते हैं कि यह हलीम उन्हें पुराने लखनऊ और हैदराबाद की याद दिला देता है.
यहाँ पर हलीम की प्लेट 100 रूपये से शुरू होकर 180 रूपये तक मिलती है. मटन हलीम के साथ यहां चिकन हलीम भी उपलब्ध है. चाहें तो ग्राहक इसे रोटी या तंदूरी पराठे के साथ भी खा सकते हैं. दानिश हर हफ्ते फैमिली पैक 350 रूपये में भी हलीम देते हैं, जो 3-4 लोगों के लिए काफी होता है. इसलिए यहाँ हलीम खाने वालों की भीड़ लगी रहती है. शमशाद मार्किट में सुबह होते ही हलीम की खुशबू फैल जाती है. दुकान पर अक्सर लोगों की लंबी कतार लगी रहती है, खासकर वीकेंड पर तो भीड़ देखने लायक होती है. वीकेंड पर परिवारों और दोस्तों के साथ लोग यहाँ बैठकर हलीम का लुत्फ़ उठाते हैं. आस-पास की दुकानों और स्थानीय लोगों का कहना है कि यहाँ का हलीम खाने दूर दूर से लोग यहाँ आते हैं. आज दानिश का नाम अलीगढ़ के बेहतरीन हलीम मेकर्स में शुमार होता है. रमज़ान, ईद, या किसी भी खास मौके पर लोग सबसे पहले इसी दुकान की ओर रुख करते हैं. अगर आपने अब तक शमशाद मार्किट के हलीम का स्वाद नहीं लिया है, तो अगली बार शमशाद मार्किट जरूर जाएँ. क्योंकि यहाँ का हलीम दिल जीत लेने वाला स्वाद रखता है.

