आजमगढ़ में यूपी एसटीएफ ने 50 हजार के इनामी बदमाश वाकिफ को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया. वाकिफ पर हत्या, लूट, चोरी और जो तस्करी के कई मुकदमे दर्ज थे.
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के रौनापार इलाके में गुरुवार रात देर हुई मुठभेड़ में 50,000 रुपये के इनामी बदमाश वाकिफ को यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मार गिराया. मारे गए बदमाश वाकिफ पर गौ तस्करी, चोरी, हत्या और लूट जैसे संगीन अपराधों के दर्जनों मुकदमे दर्ज थे. पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान वाकिफ ने आत्मसमर्पण करने के बजाय गोलीबारी की, जिसके जवाब में पुलिस की तरफ से की गई फायरिंग में वह घायल हो गया. उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
मिली जानकारी के अनुसार, एसटीएफ की डिप्टी एसपी डीके शाही के नेतृत्व वाली टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि वाकिफ रौनापार थाना क्षेत्र के जंगलों में छिपा हुआ है और एक नई वारदात की साजिश रच रहा था. टीम ने इलाके की घेराबंदी की, लेकिन जैसे ही पुलिस ने उसे घेर लिया, वाकिफ ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. मुठभेड़ के दौरान वाकिफ को गोली लगी, जो इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया. शुक्रवार सुबह उसकी मौत की पुष्टि हो गई.
44 से अधिक आपराधिक मामले में था वांछित वाकिफ आजमगढ़ के एक गांव का निवासी था और लंबे समय से पुलिस की लिस्ट में शामिल था. उसके खिलाफ आजमगढ़, गोरखपुर, कुशीनगर, संत कबीर नगर, जौनपुर और सुल्तानपुर समेत कई जिलों में 44 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे. इनमें गौ तस्करी के 15 से ज्यादा केस, तीन हत्या के प्रयास, चार लूट के मामले और चोरी व अवैध हथियार रखने के आरोप प्रमुख थे. 2023 में गोरखपुर के एक गौ तस्करी कांड में उसके नाम का खुलासा होने के बाद 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था. वाकिफ का गिरोह पूर्वांचल में सक्रिय था और नेपाल बॉर्डर के रास्ते तस्करी का नेटवर्क चलाने का आरोप था।
सहयोगियों की तलाश जारी मुठभेड़ स्थल से पुलिस को एक देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस, एक खाली खोका और एक मोटरसाइकिल बरामद हुई है. एसटीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि वाकिफ के पास से मिले सामान की फॉरेंसिक जांच की जा रही है. टीम अब उसके सहयोगियों की तलाश में जुटी हुई है, क्योंकि सूत्रों के मुताबिक उसके दो करीबी साथी अभी भी फरार हैं.

