न्यूयॉर्क: एक नए शोध से पता चला है कि केवल कुछ हजार कदम चलने से भी अल्जाइमर रोग के लक्षणों की शुरुआत को रोका जा सकता है। इस शोध में लगभग 300 लोगों को शामिल किया गया था जिनकी उम्र 50 से 90 वर्ष के बीच थी। इन लोगों को अल्जाइमर रोग के लक्षणों के शुरुआती चरणों में शामिल किया गया था।
शोधकर्ताओं ने इन लोगों के दैनिक कदमों को ट्रैक किया और उनके मस्तिष्क की स्कैनिंग के माध्यम से अल्जाइमर रोग से जुड़े दो महत्वपूर्ण प्रोटीन, अमाइलोइड-बीटा और टॉ, की मात्रा को मापा। इन प्रोटीन के उच्च स्तर अल्जाइमर रोग के शुरुआती चरणों का संकेत देते हैं।
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि जिन लोगों ने 3,000 से 5,000 कदम प्रतिदिन चले, उन्हें कognitive कमी के तीन वर्षों की देरी हुई। जिन लोगों ने 5,000 से 7,500 कदम प्रतिदिन चले, उन्हें कognitive कमी के सात वर्षों की देरी हुई। यह शोध नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ द्वारा समर्थित था और नेचर मेडिसिन पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि अधिक कदम लेने से मस्तिष्क में टॉ प्रोटीन का निर्माण धीमा होता है, जिससे यह पता चलता है कि शारीरिक गतिविधि अल्जाइमर रोग के सबसे नुकसानदायक प्रक्रियाओं पर सीधा प्रभाव डालती है।
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि जिन लोगों के शुरुआत में अल्जाइमर रोग से जुड़े प्रोटीन के स्तर कम थे, उन्हें कदमों की संख्या के आधार पर कोई भी अंतर नहीं दिखा। यह शोध सिर्फ उन लोगों पर किया गया था जिन्हें अल्जाइमर रोग के शुरुआती चरणों में शामिल किया गया था।
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि 7,500 कदम प्रतिदिन के बाद कोई भी अतिरिक्त कदम लेने से कोई भी लाभ नहीं होता है। यह शोध से पता चलता है कि केवल कुछ हजार कदम चलने से भी अल्जाइमर रोग के लक्षणों की शुरुआत को रोका जा सकता है।
अल्जाइमर रोग से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि यह शोध बहुत ही अच्छी तरह से किया गया है और इसके परिणाम बहुत ही रोचक हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शारीरिक गतिविधि के अलावा भी कई अन्य स्वस्थ आदतें हैं जो अल्जाइमर रोग के लक्षणों को रोकने में मदद कर सकती हैं।
इस शोध से यह भी पता चलता है कि शारीरिक गतिविधि के माध्यम से मस्तिष्क की स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए कदम उठाए जा सकते हैं।

