चित्रकूट में बारिश ने पहुंचाया है किसानों को नुकसान, जानें कैसे मिलेगा मुआवजा
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जनपद में हाल ही में हुई बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. जिले में करीब 35 हजार हेक्टेयर में धान की खेती की गई थी, जिसमें से बड़े हिस्से को नुकसान पहुंचा है. कृषि विभाग को अब तक 274 किसानों के आवेदन नुकसान के संबंध में प्राप्त हुए हैं.
बारिश ने किसानों की उम्मीदों को तोड़ दिया है, जिन्होंने अपनी मेहनत से धान की फसल उगाई थी. लेकिन अब उनकी खलिहान में रखी हुई कटी फसल भी भीगकर सड़ने लगी है. ऐसे में चित्रकूट के किसान अगर धान की फसल के हुए नुकसान का मुआवजा लेने की सोच रहे हैं, तो उनको कृषि विभाग के द्वारा जारी की गई इन प्रक्रियाओं को पूरा करना होगा।
कृषि विभाग के अनुसार, जिले में बारिश से धान की फसल को गंभीर नुकसान हुआ है. जो किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जुड़े हुए हैं, वे 72 घंटे के भीतर बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर 1447 पर सूचना दें. साथ ही, आवेदन कृषि कार्यालय या तहसील में भी जमा किया जा सकता है. संबंधित विभाग द्वारा सर्वे कराया जा रहा है और रिपोर्ट आने के बाद पात्र किसानों को बीमा की राशि दी जाएगी।
चित्रकूट के कृषि उप निदेशक राज कुमार ने बताया कि राजस्व और कृषि विभाग की टीमें लगातार गांवों में जाकर नुकसान का सर्वे कर रही हैं. किसानों से अपील की गई है कि वे अपने खेतों की फोटो और विवरण के साथ आवेदन जल्द जमा करें, ताकि उन्हें मुआवजा समय पर मिल सके.

