मुरादाबाद की महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर अन्य महिलाओं को भी रोजगार से जोड़ रही हैं। इसके साथ ही नए-नए समूह का गठन कर नए-नए कारोबार को शुरू कर रही हैं। जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है। एक समूह ऐसा है जो गन्ने का सिरका तैयार कर रहा है। जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है और उनके सिरके की डिमांड भी बहुत अच्छी देखने को मिल रही है।
समूह की अध्यक्ष महिला के पति अनिल कुमार चौधरी ने बताया कि मेरी पत्नी का जननी स्वयं सहायता समूह चल रहा है। यह समूह 2021 से चल रहा है। इस समूह की अध्यक्ष मेरी पत्नी है। इस समूह में 11 महिलाएं शामिल हैं और यह सभी महिलाएं मिलकर मटके में सिरका तैयार करती हैं। मैं अपनी पत्नी की मदद करता हूं। मार्केट में जाकर इसी सिरके को सेल करता हूं।
जगह-जगह जाकर बेचते हुए उन्होंने कहा कि हम किसी कंपनी को सप्लाई नहीं देते हैं। क्योंकि उसमें मिलावट होने का खतरा रहता है। हम खुद ही इसे मार्केट में सेल करते हैं। जगह-जगह जाकर बेचते हैं। कुछ लोग हमारे घर से भी लेकर जाते हैं। कुछ लोग हमसे संपर्क करके दूर-दूर से भी लेने आते हैं। इसलिए हम किसी अन्य माध्यम को छोड़ खुद से ही इस सेल करते हैं। जिससे मिलावट न हो सके और पूरी तरीके से ऑर्गेनिक रहे ओर लोगों को अच्छी चीज मिल सके।
खूब हो रहा मुनाफा इस काम में प्रत्येक महिला को 11000 रुपए महीने के हिसाब से आमदनी हो जाती है। इस प्रकार सभी महिलाएं काफी खुश हैं और उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है और अन्य महिलाओं से भी वह यही अपील करती हैं कि इस तरह से समूह का गठन कर वह भी आत्मनिर्भर बन सकती हैं।
इस तरह के आत्मनिर्भरता के प्रयासों से मुरादाबाद की महिलाएं न केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार ला रही हैं, बल्कि अन्य महिलाओं को भी रोजगार से जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार कर रही हैं। यह एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि कैसे महिलाएं अपने सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकती हैं और अपने समुदाय को भी प्रेरित कर सकती हैं।

