मुरादाबाद: संभल की रहने वाली पीएचडी पास महिला मोनिका ने अपनी मेहनत और लगन से वो कर दिखाया है जो कई लोगों के लिए प्रेरणा बन गया है. उन्होंने न सिर्फ खुद के लिए एक नया रास्ता बनाया बल्कि अपने साथ कई अन्य महिलाओं को भी रोजगार से जोड़ा है. आज मोनिका और उनका समूह ऑर्गेनिक मेकअप प्रोडक्ट्स बनाकर लाखों महिलाओं के लिए मिसाल पेश कर रहा है.
मोनिका की कहानी एक निजी परेशानी से शुरू हुई थी. उन्होंने बताया कि पहले उनके चेहरे पर दाग-धब्बे और कई तरह की स्किन की समस्या हो गई थी. इलाज करवाया, कई दवाएं लीं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. फिर उन्होंने ऑर्गेनिक चीजों का इस्तेमाल शुरू किया और उससे काफी सुधार हुआ. तभी उनके मन में यह विचार आया कि क्यों न खुद ऑर्गेनिक उत्पाद तैयार किए जाएं.
इसके बाद उन्होंने नागपुर में जाकर ऑर्गेनिक स्किन केयर से जुड़ा कोर्स किया. कोर्स पूरा करने के बाद उन्होंने संभल में ही इस काम की शुरुआत की. पहले उन्होंने यह काम अकेले किया और धीरे-धीरे एक समूह बनाकर अन्य महिलाओं को भी अपने साथ जोड़ लिया. आज उनका समूह ऑर्गेनिक मेकअप प्रोडक्ट्स बनाने के क्षेत्र में एक प्रमुख नाम बन गया है.
मोनिका बताती हैं कि वह महिलाओं के मेकअप में इस्तेमाल होने वाले लगभग सभी सामान तैयार करती हैं. उन्होंने बताया, “मैं एंटी डैंड्रफ हेयर ऑयल, चार से पांच तरह के फेस सीरम, अलग-अलग स्किन टाइप के लिए जेल, बॉडी क्रीम और फेस फेयरनेस क्रीम बनाती हूं. इसके अलावा और भी कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स हैं जो पूरी तरह ऑर्गेनिक हैं और किसी भी केमिकल का इस्तेमाल इनमें नहीं किया जाता.”
जब ऑर्डर ज्यादा आते हैं तो समूह की अन्य महिलाएं भी मिलकर काम करती हैं. वहीं, जब ऑर्डर कम होते हैं तो मोनिका खुद ही सारा काम संभालती है. उनकी मेहनत और प्रोडक्ट की क्वालिटी की वजह से आज उनका बिजनेस लगातार बढ़ रहा है.
मोनिका ने बताया कि उन्होंने अपने बिजनेस की शुरुआत सिर्फ 10 हजार रुपये से की थी. लेकिन उनकी मेहनत और प्रोडक्ट की क्वालिटी की वजह से आज उनका बिजनेस लगातार बढ़ रहा है. “अब मेरी हर महीने की आमदनी करीब 20 हजार रुपये तक पहुंच गई है. मुझे अच्छा मुनाफा हो रहा है और मेरे समूह की सभी महिलाओं को भी इसका फायदा मिल रहा है.”
मोनिका के पास सात एमए की डिग्रियां हैं. उन्होंने बीएड और एमएड भी किया है और अब उनकी पीएचडी पूरी होने वाली है. पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने उद्यमिता का ऐसा रास्ता चुना जिसने उन्हें पहचान और सम्मान दोनों दिलाया. संभल की मोनिका आज उन महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं जो अपनी मेहनत और हुनर के दम पर कुछ नया करना चाहती हैं. उनका कहना है कि अगर सोच मजबूत हो और इरादा पक्का, तो कोई भी काम छोटा नहीं होता.

