नई दिल्ली: कांग्रेस ने बुधवार को मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह मानवस्मृति के सिद्धांतों को फिर से अपनाने की दिशा में बढ़ रही है, जिसमें श्रम शक्ति नीति का मसौदा जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि ‘मानवस्मृति’ भारत के सांस्कृतिक परिदृश्य में श्रम प्रशासन का नैतिक आधार डालती है। कांग्रेस के संचार विभाग के महासचिव जयराम रमेश ने एक पोस्ट में नए नीति के पाठ का हिस्सा साझा करते हुए कहा कि मोदी सरकार का मानवस्मृति के सिद्धांतों को फिर से अपनाना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की परंपराओं के अनुरूप है, जिसने भारत के संविधान को अपने गठन के बाद ही हमला किया था।
जयराम रमेश ने पोस्ट में कहा, “मोदी सरकार द्वारा जारी श्रम शक्ति नीति 2025 का मसौदा श्रम श्रमिकों के लिए नीति के लिए सार्वजनिक प्रतिक्रिया के लिए जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि मानवस्मृति ‘भारत के सांस्कृतिक परिदृश्य में श्रम प्रशासन का नैतिक आधार डालती है, सदियों से आधुनिक श्रम कानून के उदय से पहले।’

