साइप्रस वाइन का पौधा बगीचे के लिए एक खूबसूरत और आसान पौधा है, जो अपनी सुंदर पत्तियों और छोटे, तारे के आकार के फूलों के लिए जाना जाता है. यह एक बेल है जिसे गेट, बालकनी, या जाली के सहारे उगाया जा सकता है.
साइप्रस वाइन को वैज्ञानिक रूप से इपोमिया वामोक्लिट के नाम से भी जाना जाता है. यह बेहतरीन बाहरी पौधा है, जिसे बगीचे में लगाकर उसकी प्राकृतिक सुंदरता बढ़ाई जा सकती है. इन बेलों को दीवार या बाड़ जैसे मज़बूत सहारे पर उगा सकते हैं. यह पौधा अपने छोटे जीवनकाल के कारण जीवन की नश्वरता का प्रतीक माना जाता है. हालांकि आप उचित देखभाल और भरपूर प्यार से अपनी साइप्रस वाइन का भरपूर लाभ उठा सकते हैं. इसके अलावा, बेलों का छोटा जीवनकाल इस पर खिलने वाले फूलों को और भी खूबसूरत बनाता है, जिससे गार्डन खूबसूरत बना रहता है.
अगर आप भी इस साइप्रस वाइन को अपने घर पर लगाना चाहते हैं तो इसका सबसे अच्छा समय वसंत ऋतु है, जो आमतौर पर अप्रैल की शुरुआत में होता है. यह पौधे को गर्म जलवायु प्रदान करता है, जो पौधे के शुरुआती विकास के लिए बहुत सहायक होती है. हालांकि ज्यादा गर्मी और सर्दी दोनों ही पौधे के समुचित विकास के लिए बेहद हानिकारक हो सकते हैं.
साइप्रस वाइन को खुले मैदान में उगाया जा सकता है. आपको इसके लिए धूप वाली, हवा के विपरीत दिशा वाली और अच्छी जल निकासी वाली जगह चुननी चाहिए. पौधे लगाते समय, अच्छी तरह से पानी देना सुनिश्चित करें, और आपको पौधे को सप्ताह में केवल एक बार ही पानी देना पड़ता है. साइप्रस वाइन की नर्सरी डालने के बाद जब इसके पौधे छोटे-छोटे हों, तभी आप इसको हम जगह पर निरूपित कर दें. लेकिन जब यह पौधा बड़ा हो जाए, तो इसे दूसरी जगह रिपीट करने से बचें.
पवन सिंह ने कहा कि यदि आप साइप्रस वाइन के पौधे को गमले में लगा रहे हैं, तो गमले की मिट्टी हमेशा नम रखनी है और उसमें पानी नहीं जमा होने देना है. खाद देने के लिए, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम मिश्रित उर्वरक या दानेदार उर्वरक सबसे उपयुक्त हैं, जिससे इसका पौधा आसानी से ग्रो करेगा. कुछ फूलों के पौधों को धूप अधिक पसंद होती है, ऐसे में साइप्रस वाइन का यह पौधा धूप में अच्छा पनपता है और इसे अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी पसंद है. इसे गणेश बेल, या हमिंगबर्ड बेल के नाम से भी जाना जाता है.

