Uttar Pradesh

तुलसी का पौधा या जड़ी-बूटी की रानी? जानिए कैसे करता है हर बीमारी पर वार, बनाती है शरीर को स्टील जैसा मज़बूत – उत्तर प्रदेश समाचार

तुलसी का पौधा भारतीय परंपरा में जितना पूजनीय है, उतना ही यह स्वास्थ्य के लिए भी अमूल्य है. इसे घर की सकारात्मक ऊर्जा और सेहत दोनों का प्रतीक माना जाता है. आयुर्वेद में तुलसी को औषधियों की रानी कहा गया है, क्योंकि यह शरीर को रोगों से बचाने और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती है. भारतीय परंपरा में इसे “मां तुलसी” कहा गया है, क्योंकि यह पौधा वातावरण को शुद्ध करने के साथ-साथ शरीर को स्वस्थ भी रखता है.

आयुर्वेद में तुलसी को “जड़ी-बूटियों की रानी” कहा गया है. इसमें पाए जाने वाले प्राकृतिक तत्व जैसे यूजेनॉल, कैरियोफिलीन और लीनालूल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं. तुलसी का सेवन करने से सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार और गले की खराश जैसी समस्याएं जल्दी ठीक हो जाती हैं.

सर्दी-जुकाम में राहत: तुलसी की पत्तियां गर्म पानी में डालकर पीने या उसका काढ़ा बनाने से खांसी और गले की खराश में तुरंत राहत मिलती है. बुखार की स्थिति में तुलसी का काढ़ा डेंगू, मलेरिया और वायरल बुखार में भी बहुत लाभ देता है. इससे शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है और तेजी से रिकवरी होती है.

पाचन को मजबूत बनाती है: तुलसी का रस पेट की गैस, अपच और पेट दर्द को दूर करने में मदद करता है. यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और भोजन को आसानी से पचाने में सहायता करता है. साथ ही, तुलसी दिल के लिए भी बेहद फायदेमंद होती है. यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित रखकर हृदय रोगों के खतरे को कम करती है.

त्वचा और बालों के लिए उपयोगी: तुलसी में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा और बालों दोनों के लिए फायदेमंद होते हैं. यह चेहरे की झुर्रियों और मुंहासों को कम करने के साथ-साथ बालों के झड़ने की समस्या को भी नियंत्रित करती है, जिससे त्वचा निखरी और बाल मजबूत बने रहते हैं.

कैसे करें तुलसी का सेवन: रोज सुबह खाली पेट तुलसी की 4-5 पत्तियां चबाना सेहत के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है. इसके अलावा तुलसी की चाय या काढ़ा बनाकर भी सेवन किया जा सकता है. सर्दियों में तुलसी की चाय में शहद, अदरक और काली मिर्च मिलाने से शरीर गर्म रहता है और सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से प्राकृतिक रूप से बचाव होता है.

पर्यावरण के लिए भी लाभकारी: तुलसी का पौधा न केवल धार्मिक दृष्टि से पवित्र है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी बेहद उपयोगी है. यह हवा में मौजूद हानिकारक गैसों को अवशोषित कर ऑक्सीजन छोड़ता है, जिससे वातावरण शुद्ध रहता है. इसलिए इसे घर के आंगन या बालकनी में लगाना शुभ माना जाता है.

तुलसी हर घर की प्राकृतिक औषधि है. इसका नियमित सेवन शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और व्यक्ति को लंबे समय तक बीमारियों से दूर रखता है.

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