अयोध्या में 14 कोसी और पंचकोशी की परिक्रमा की तैयारी पूरी
अयोध्या में प्राचीन काल से 14 कोसी और पंचकोशी की परिक्रमा चलती है. इस दौरान देश विदेश से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु भी अयोध्या पहुंचते हैं. भारी भीड़ के बीच किसी भी श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो, उसको लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद है. अयोध्या में परिक्रमा की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. 30 अक्टूबर को जहां अयोध्या की 14 कोसी की परिक्रमा की जाएगी, तो दूसरी तरफ 1 नवंबर को अयोध्या में पंचकोशी की परिक्रमा की जाएगी. परिक्रमा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सभी तैयारियां लगभग पूरी कर दी गई है. एक तरफ जहां अयोध्या नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारी को पूरा कर लिया है, तो दूसरी तरफ पीडब्ल्यूडी भी अपनी तैयारी युद्ध स्तर पर कर रहा है.
राम भक्तों को परिक्रमा करने के दौरान किसी प्रकार कोई दिक्कत ना हो इसके लिए लाइटिंग की व्यवस्था 24 घंटे की गई है. जगह-जगह पर पीने का पानी रुकने का स्थान बनाया गया है. इसके अलावा परिक्रमा मार्ग पर स्वास्थ्य विभाग ने भी कमर कस ली है. जिले के तीन अस्पतालों में 50 बेड आरक्षित भी किए गए हैं. 14 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में 16 जगह पर अस्थाई प्राथमिक उपचार केंद्र बनाए जाएंगे. जबकि अलग-अलग स्थान पर उपचार केंद्र संचालित होंगे. परिक्रमा मार्गों पर 24 घंटे बिजली और पानी की व्यवस्था की जाएगी.
अयोध्या में प्राचीन काल से 14 कोसी और पंचकोशी की परिक्रमा चलती है. इस दौरान देश विदेश से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु भी अयोध्या पहुंचते हैं. भारी भीड़ के बीच किसी भी श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो, उसको लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद है. शायद यही वजह है जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधा को ध्यान में रखते हुए सभी तैयारियां को पूरा कर लिया है. राम मंदिर में जहां श्रद्धालुओं को दर्शन पूजन के लिए 7 लाइनों में दर्शन कराए जाने की व्यवस्था बनाई जा रही है. परिक्रमा मार्गों पर 24 घंटे बिजली और पानी की व्यवस्था भी पर्याप्त मात्रा में की जाएगी. श्रद्धालुओं को अयोध्या के बाहर आने-जाने में कोई असुविधा ना हो इसको लेकर परिवहन विभाग में भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है. अयोध्या जनपद के आसपास के जनपदों से 120 अतिरिक्त बसें चलाई जाने की योजना भी है.
अयोध्या के जिलाधिकारी निखिल टीकाराम ने बताया कि अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा और कार्तिक स्नान की तैयारी अंतिम चरण में है. 29 अक्टूबर से लेकर 5 नवंबर के बीच अयोध्या में श्रद्धालुओं को भारी भीड़ रहेगी. ऐसी स्थिति में परिक्रमा मार्गों पर तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. श्रद्धालु इस दौरान सरयू में स्नान करेंगे. मठ मंदिरों में दर्शन करेंगे. परिक्रमा करेंगे. श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए हम लोग तैयार हैं. भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी तैयारी पूरी कर ली है. विशेष रूप से ट्रैफिक व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया गया है. किसी भी श्रद्धालुओं को आने-जाने में कोई दिक्कत ना हो इसको लेकर ट्रैफिक का एक बड़ा मास्टर प्लान भी तैयार किया गया है. भारी भीड़ को देखते हुए क्राउड मैनेजमेंट की समस्या ना उत्पन्न हो इसको लेकर विशेष ध्यान भी दिया जा रहा है.

