Uttar Pradesh

छठ महापर्व पर 28 अक्टूबर को सार्वजनिक अवकाश, सभी स्कूल-कॉलेज और सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे।

कानपुर में छठ पूजा के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित, 28 अक्टूबर को सभी सरकारी दफ्तर, शिक्षण संस्थान और स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे

कानपुर जिला प्रशासन ने लोकआस्था के महापर्व छठ पूजा के अवसर पर 28 अक्टूबर 2025 (मंगलवार) को कानपुर में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है. इस दिन कानपुर महानगर के सभी सरकारी दफ्तर, शिक्षण संस्थान, स्कूल-कॉलेज और अधिकांश निजी संस्थान बंद रहेंगे. यह निर्णय छठ पूजा के प्रति आस्था और शहर में होने वाले भारी जनसमूह को देखते हुए लिया गया है.

प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, इस बार छठ पूजा का आयोजन कानपुर के 47 से अधिक घाटों पर किया जा रहा है, जिनमें गंगा बैराज, मंधना, परेड, जाजमऊ, शुक्लागंज और बिधनू क्षेत्र के घाट प्रमुख हैं. नगर निगम, जलकल विभाग और विद्युत विभाग को साफ-सफाई, रोशनी और जलभराव की समस्या से निपटने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही घाटों पर सुरक्षा के लिए पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की जा रही है. महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महिला पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया जाएगा.

स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी घोषित होने के बाद शहर के स्कूलों और कॉलेजों ने रविवार के साथ जुड़ने वाले इस त्योहार को लेकर अपने-अपने टाइमटेबल में बदलाव किया है. बच्चों में छुट्टी को लेकर काफी उत्साह है क्योंकि यह त्योहारी माहौल उन्हें परिवार के साथ घाटों पर जाने का मौका देगा. वहीं कई शिक्षण संस्थानों ने अपने विद्यार्थियों को छठ पूजा के महत्व पर जानकारी भी दी है ताकि वे इस लोकआस्था के पर्व को समझ सकें.

घाटों के आसपास रूट डायवर्जन ट्रैफिक पुलिस ने भी छठ पर्व पर भीड़ को देखते हुए विशेष ट्रैफिक प्लान बनाया है. घाटों के आस-पास वाले रास्तों पर 27 और 28 अक्टूबर को शाम के समय रूट डायवर्जन लागू किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को पैदल आवाजाही में सुविधा रहे. लोगों से अपील की गई है कि घाटों के पास अनावश्यक वाहन लेकर न जाएं और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.

कानपुर में दिखेगी पूर्वांचल की छठ छठ पूजा को लेकर शहर में पहले से ही उत्साह का माहौल है. बाजारों में फल, गन्ना, सुपारी, मिट्टी के दीये, डाली और पूजा सामग्री की खरीदारी जोर-शोर से चल रही है. कई इलाकों में पूर्वांचली समाज के लोग अपने-अपने मोहल्लों में सामूहिक घाट बना रहे हैं. प्रशासन का कहना है कि छठ पर्व के मौके पर शहर की धार्मिक एकता और सौहार्द की मिसाल एक बार फिर देखने को मिलेगी.

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