अयोध्या में तगड़े मुर्गे के कारण हुआ विवाद
अयोध्या के कुमारगंज थाना क्षेत्र में एक अनोखा विवाद सामने आया है, जहां तगड़े मुर्गे को देखकर दो सिपाहियों की नीयत डोल गई. आशिक अली और उनके साथी ने मुर्गे को देने के लिए मालिक को धमकाने की कोशिश की. तंग आकर मुर्गे के मालिक और उनका बेटा थाने पहुंचे और सिपाहियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.
प्रभु राम की नगरी अयोध्या से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. थाना कुमारगंज में तैनात दो सिपाहियों की नजर गश्त के दौरान अचानक एक मुर्गे पर ठहर जाती है. जब आशिक अली नाम के सिपाही की नजर बंजारे के पालतू मुर्गे पर पड़ी और लालच के चलते उन्होंने मालिक से कहा कि ये मुर्गा मुझे दे दो. इसके बाद दोनों के बीच कुछ बातचीत हुई, जो इतनी अजीब रही कि मामला थाने तक पहुंच गया. फिलहाल यह घटना अयोध्या पुलिस में भी चर्चा का विषय बन गई है।
मुर्गे के मालिक ने कहा कि साहेब, यह मुर्गा बेचने या खाने के लिए नहीं है, बल्कि इसे उनकी बेटी ने बहुत मेहनत और प्यार से पाला है. बावजूद इसके, आशिक अली का ध्यान देशी मुर्गे पर इतना केंद्रित हो गया कि उन्होंने इसे पाने के लिए अपने पुलिसिया अधिकार का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया. मुर्गे को हासिल करने के लिए सिपाही ने मालिक को डराने-धमकाने तक के कई हथकंडे अपनाए. इसके बाद मुर्गे के मालिक ने पूरी घटना की जानकारी थाने में तहरीर के माध्यम से दी है।
मुर्गे की खातिर देने लगा धमकी
मुर्गे के मालिक ने थाना कुमारगंज में सिपाहियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. गौरतलब है कि थाना क्षेत्र के मसेढा गांव के रहने वाले 50 वर्षीय घुमंतू जनजाति के पिचाली ने बताया कि कुमारगंज थाने में तैनात सिपाही आशिक अली अपने एक साथी के साथ उनके डेरे पर आया और मुर्गे को ले जाने की बात कहने लगा. पीड़ित ने बताया कि यह मुर्गा पालतू है और उनकी बेटियों ने इसे पाला है, इसलिए इसे खाने के लिए नहीं दिया जा सकता. इस पर सिपाही आशिक अली बेहद खफा हो गया।
क्या दर्ज होगी एफआईआर?
इसके बाद आशिक अली पिचाली के बेटे अल्तीब का मोबाइल नंबर लेकर वहां से चला गया. लेकिन वह लगातार अल्तीब को फोन कर मुर्गा देने की बात कहता रहा. तंग आकर पीड़ित और उनके बेटे अल्तीब गुरुवार की शाम थाना कुमारगंज पहुंचे और अपने ही थाने के सिपाहियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. थाने में मौजूद पुलिस कर्मियों ने शिकायती पत्र देखकर तुरंत हस्तक्षेप किया. जब थानेदार पहुंचे, तो पीड़ित ने उन्हें शिकायत पत्र सौंपा. अब यह देखना बाकी है कि इस पूरे मामले पर अयोध्या पुलिस का क्या रुख रहेगा.

