उत्तर प्रदेश की शामली पुलिस ने एक और बदमाश को यमलोक पहुंचा दिया है. एक लाख के इनमें बदमाश और संजीव जीवा गैंग के शार्प शूटर फैसला को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया. मारा गया बदमाश दर्जनों मामले में वांछित चल रहा था. ख़बरें फटाफट
उत्तर प्रदेश की शामली पुलिस और बदमाशों के बीच ताबड़तोड़ मुठभेड़ हुई. झींझाना थाना क्षेत्र के गांव भोगी माजरा के जंगलों में मुठभेड़ हुई है. पुलिस और कुख्यात बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में पुलिस ने एक लाख का इनामी बदमाश फैसल को ढेर कर दिया. बदमाश फैसल मेरठ शहर के लिसाड़ी गेट का रहने वाला था. बदमाश फैसल पर लूट, हत्या, डकैती और रंगदारी जैसे दो दर्जन से अधिक संगीन अपराध दर्ज थे. बताया जा रहा है कि वह संजीव जीवा गैंग का शार्प शूटर था और पूर्वांचल के मुख्तार अंसारी गैंग से भी उसके संबंध हैं. बदमाश फैसल पर शामली जनपद में भी दो मुकदमे लंबित थे, जिनमें वह फरार चल रहा था.
एसपी शामली एनपी सिंह ने बताया कि भैयादूज के दिन कैराना निवासी जीत राम अपनी पत्नी के साथ घर लौट रहा था. रास्ते में बाइक सवार दो बदमाशों ने दंपती से बाइक, नगदी और मोबाइल लूट की और मौके से फरार हो गए. सूचना मिलते ही पुलिस ने इलाके में सघन चेकिंग अभियान चलाया. इसी दौरान झींझाना थाना क्षेत्र में पुलिस को संदिग्ध बाइक सवार दिखाई दिए. पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन बदमाशों ने जंगल में छिपकर पुलिस पार्टी पर फायरिंग शुरू कर दी. सिपाही दीपक गोली लगने से घायल पुलिस की जवाबी कार्रवाई में बदमाश फैसल गोली लगने से घायल हो गया, जबकि उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला. घायल फैसल को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस पूरी मुठभेड़ में सिपाही दीपक भी गोली लगने से घायल हुआ है, जबकि एसओ झींझाना और एसओजी प्रभारी की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोलियां लगीं जिससे वे बाल-बाल बचे. पुलिस ने मौके से दो फैक्ट्री मेड पिस्टल, 9 जिंदा कारतूस, 5 खोखा कारतूस, लूटी गई बाइक और नकदी बरामद की है.
दर्जनों मामले में था वांछित पुलिस के अनुसार मारा गया बदमाश फैसल, संजीव जीवा गैंग के शाहरुख पठान का साथी था, जिसे हाल ही में एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया था. फैसल उस गिरोह का सक्रिय सदस्य था और उसके कहने पर हत्या व रंगदारी की घटनाओं में शामिल रहता था. एसपी एनपी सिंह ने यह भी बताया कि यह गिरोह 2015 में कुख्यात अपराधी आसिफ जादा की पुलिस कस्टडी में हत्या में भी शामिल रहा था. वर्तमान में इस गैंग के दो सदस्य-सोभी और रिहान, निवासी मुजफ्फरनगर-अभी भी फरार चल रहे हैं. एसपी एन.पी. सिंह के नेतृत्व में कई थानों की पुलिस टीमों ने फरार बदमाश की तलाश में जंगलों में कॉम्बिंग अभियान तेज कर दिया है पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही बचे हुए अपराधियों को भी पकड़ लिया जाएगा.

