हरियाणा के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा और उनकी पत्नी पर बेटे आकील अख्तर की संदिग्ध मौत के मामले में हत्या और षड्यंत्र रचने का आरोप लगा है. मुस्तफा ने कहा कि एफआईआर दर्ज होने का मतलब दोष सिद्ध होना नहीं है और सच जल्द सामने आएगा. मामले की जांच SIT को सौंप दी गई है.
सहारनपुर के सरसावा थाना क्षेत्र के गांव हरडाखेड़ी निवासी हरियाणा के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा और उनकी पत्नी व पूर्व कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना पर उनके बेटे आकील अख्तर की संदिग्ध मौत के मामले में हत्या और षड्यंत्र रचने का मामला दर्ज हुआ है. गौरतलब है कि आकील अख्तर की गुरुवार को अचानक मौत हो गई थी. इस मामले में एक व्यक्ति की शिकायत पर पंचकूला पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. एफआईआर में पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना, बेटी और बहू को नामजद किया गया है.
एफआईआर दर्ज होने के बाद पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा ने कहा, “कानून और पुलिस नियमों के अनुसार यदि किसी मामले में लिखित शिकायत मिलती है तो पुलिस का कर्तव्य है कि एफआईआर दर्ज करे. पंचकूला पुलिस ने अपना कर्तव्य निभाया है और मैं इसका स्वागत करता हूं. एफआईआर दर्ज होने का मतलब दोष सिद्ध होना नहीं है. जांच शुरू होगी और सच जल्द सामने आ जाएगा. उन्होंने कहा कि उनका बेटा कई सालों से मानसिक रूप से बीमार था.
पूर्व डीजीपी ने कहा कि बेटा खोने से परिवार गहरे सदमे में है, लेकिन झूठ और सस्ती राजनीति का जवाब कानून के दायरे में दिया जाएगा. बता दें कि इस मामले में पड़ोसी शमशुद्दीन ने गंभीर आरोप लगाए हैं कि अकील की पत्नी और पिता के बीच अवैध संबंध थे और इसमें रजिया सुल्ताना की भूमिका भी रही. उसका दावा है कि अकील ने मौत से पहले एक वीडियो में इन रिश्तों का जिक्र किया था. वहीं, एक अन्य वीडियो में अकील अख्तर खुद अपने परिवार को क्लीन चिट देते दिखाई दे रहे हैं. इन विरोधाभासी तथ्यों को देखते हुए पुलिस ने पूरे मामले की जांच SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) को सौंप दी है. पूर्व डीजीपी मुस्तफा ने कहा कि वे पुलिस जांच में पूरा सहयोग करेंगे और यह पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है.