Uttar Pradesh

जब नाराज हुए थे भगवान चित्रगुप्त, 24 घंटे बाधित था यह कार्य, प्रभु राम ने ऐसे मनाया था उनका दुख दूर करना

देश भर में दीपावली की धूम है. पांच दिवसीय दीपावली का आज तीसरा दिन है. दीपावली के अगले 24 घंटे तक देश के कुछ हिस्सों में कुछ समाज के लोग कलम का उपयोग नहीं करते है. इसके पीछे एक बड़ी वजह भी है. आइए जानते हैं कि आखिर वह कौन लोग हैं जो दीपावली के अगले 24 घंटे तक कलम का इस्तेमाल नहीं करते हैं और इसके पीछे क्या बड़ी वजह है.

सनातन धर्म में दीपावली का विशेष महत्व होता है. पांच दिवसीय दीपावली में कई बड़े पर्व मनाए जाते हैं. जिसमें धनतेरस, छोटी दीपावली, दीपावली, भैया दूज और चित्रगुप्त पूजा सम्मिलित होता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान राम जब लंका पर विजय प्राप्त कर अयोध्या पहुंचे. तब उनका राजतिलक किया गया भगवान राम के अयोध्या आगमन की कथा से दीपावली मनाने की परंपरा भी जुड़ी हुई है. दीपावली से अगले 24 घंटे तक (यम द्वितीया तक) कायस्थ समाज के लोग कलम का उपयोग नहीं करते इसके पीछे भी एक बड़ी वजह है.

भगवान चित्रगुप्त को नहीं मिला था निमंत्रण

अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि धार्मिक कथा के अनुसार जब प्रभु राम रावण का वध करने के बाद अयोध्या पहुंचे थे. अयोध्या के राजा भरत ने गुरु वशिष्ठ को भगवान राम के राजतिलक के लिए सभी देवी देवता को निमंत्रण भेजने के लिए कहा था. गुरु वशिष्ठ ने सभी देवी देवता को निमंत्रण भेजा लेकिन उस दौरान गुरु वशिष्ठ ने भगवान चित्रगुप्त को निमंत्रण देना भूल जाते हैं. दूसरी तरफ प्रभु राम के राजतिलक में सभी देवी देवता शामिल होते हैं. गुरु वशिष्ठ से भरत की पूछते हैं कि आखिर भगवान चित्रगुप्त क्यों नहीं दिखाई दे रहे हैं. इसके बाद पता चला कि गुरु वशिष्ठ ने उन्हें निमंत्रण ही नहीं दिया था।

24 घंटे तक कलम को नहीं उठाया

इसके बाद नाराज होकर भगवान चित्रगुप्त ने अपने कलम को रख दिया है. 24 घंटे तक कलम को नहीं उठाया है. इसके बाद जब तमाम देवी देवताओं ने देखा. स्वर्ग और नरक के सारे काम रुक गए लेखा-जोखा कर पाना मुश्किल हो गया. गुरु वशिष्ठ ने भगवान चित्रगुप्त से क्षमा मांगी और भगवान राम ने भी भगवान चित्रगुप्त से आग्रह किया तब भगवान चित्रगुप्त ने एक दिन बाद अपनी कलम उठाई फिर उसके बाद भगवान चित्रगुप्त ने स्वर्ग से लेकर नरक तक सभी प्राणियों का लेखा-जोखा करने लगे. दीपावली के एक दिन बाद यम द्वितीया के दिन कायस्थ समाज के लोग भगवान चित्रगुप्त की पूजा आराधना करते हैं।

इस प्रकार, दीपावली के अगले 24 घंटे तक कायस्थ समाज के लोग कलम का उपयोग नहीं करते हैं, क्योंकि भगवान चित्रगुप्त को निमंत्रण नहीं मिला था और उन्होंने अपने कलम को रख दिया था. लेकिन बाद में गुरु वशिष्ठ और भगवान राम ने उनसे क्षमा मांगी और भगवान चित्रगुप्त ने अपनी कलम उठाई, जिससे स्वर्ग और नरक के सारे काम फिर से शुरू हो गए.

You Missed

authorimg
Uttar PradeshOct 22, 2025

उत्तर प्रदेश का मौसम आज: यूपी में चारों तरफ धुंध, हवाओं में घुला जहर, इन जिलों में खतरनाक स्तर पर पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स, जानें आज का मौसम विशेष

उत्तर प्रदेश में मौसम में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है. प्रदेश के अलग-अलग जिलों में अधिकतम और न्यूनतम…

Trump Not To Meet Putin In 'Immediate future': US Official
Top StoriesOct 22, 2025

ट्रंप और पुतिन के बीच जल्दी भविष्य में कोई मुलाकात नहीं होगी: अमेरिकी अधिकारी

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से कोई तत्काल बैठक नहीं होगी, अमेरिकी…

US opens Gaza aid coordination center in southern Israel after ceasefire deal
WorldnewsOct 22, 2025

अमेरिका ने दक्षिणी इज़राइल में शांति समझौते के बाद गाजा में सहायता समन्वय केंद्र खोला है

नई दिल्ली, 21 अक्टूबर: अमेरिकी सेना ने इज़राइल में एक सिविल-मिलिट्री कोऑर्डिनेशन सेंटर (सीएमसीसी) की शुरुआत की है,…

authorimg
Uttar PradeshOct 22, 2025

आज का वृषभ राशिफल : खर्च पर रखें कंट्रोल, लव लाइफ में आएगा भूचाल, वृषभ राशि को आज बचाएंगे 7 मोदक – उत्तर प्रदेश समाचार

आज का वृषभ राशिफल 22 अक्टूबर 2025: खर्च पर रखें कंट्रोल, लव लाइफ में आएगा भूचाल आज कार्तिक…

Scroll to Top