गाजियाबाद में हिंडन नदी को साफ करने के प्रयास तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। जिला प्रशासन ने बड़े कदम उठाते हुए गाजियाबाद के 13 गांवों का गंदा पानी हिंडन नदी में नहीं बहने देगा। इन गांवों में फिल्टर चैंबर, सिल्ट कैचर और फाइटो रेमेडिएशन सिस्टम लगाए जा रहे हैं, जो पानी को नदी में पहुंचने से पहले शुद्ध करेंगे।
इन गांवों में सुराना, सुतरी, भदौली, कुन्हेड़ा, रिवाड़ी, खुरजापुर बिहंग, मटौर, नेकपुर साबितनगर, असालात्पुर फारूकनगर, बनेड़ा खुर्द, शिरोजा सलेमपुर, मुर्तजा भूपखेड़ी और मकरेड़ा महमूदाबाद शामिल हैं। इन गांवों के गंदे पानी को पहले फिल्टर चैंबर से गुजरना होगा, जहां बड़े ठोस कचरे को रोका जाएगा। इसके बाद पानी सिल्ट कैचर से गुजरेगा, जहां मिट्टी और गाद को अलग किया जाएगा।
इसके बाद फाइटो रेमेडिएशन तकनीक से जल निकासी वाले स्थानों पर पौधे लगाए जाएंगे, जो गंदे पानी से हानिकारक रसायन और धातुओं को सोख लेंगे। यह तकनीक पानी को शुद्ध करने में मदद करेगी और नदी को प्रदूषण से मुक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
सीडीओ के मुताबिक, यह परियोजना न केवल हिंडन नदी के पानी की गुणवत्ता में सुधार लाएगी, बल्कि भूजल स्तर और पर्यावरण पर भी सकारात्मक असर डालेगी। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो गाजियाबाद के लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए फायदेमंद होगा।