Uttar Pradesh

कृषि: मधुमक्खी पालन से किसानों को बना रहा मालामाल, शहद ही नहीं इस खास चीज से भी कमा रहे मोटा मुनाफा

मुरादाबाद के किसान मधुमक्खी पालन और पराग इकट्ठा कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं

मुरादाबाद: मधुमक्खी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जो किसानों को आर्थिक रूप से लाभकारी और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होने वाला उत्पाद प्रदान करता है. मुरादाबाद के किसान नेपाल सिंह ने मधुमक्खी पालन के साथ पराग इकट्ठा कर एक नई कमाई का जरिया शुरू किया है. शहद के साथ मधुमक्खी का पराग भी बाजार में बिक रहा है और यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है.

नेपाल सिंह ने बताया कि मधुमक्खी पालन में शहद के अलावा पराग भी महत्वपूर्ण उत्पाद है. उन्होंने बताया कि मुरादाबाद के कई किसान मधुमक्खी के पराग को इकट्ठा करके मार्केट में बेचकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. यह उत्पाद सिर्फ आर्थिक रूप से ही लाभकारी नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है.

नेपाल सिंह ने बताया कि मधुमक्खियों का पराग फूलों से इकट्ठा होता है. यह एक सुपर फ़ूड है और इसे खाने से स्वास्थ्य में सुधार आता है. जो लोग इसके गुण जानते हैं, वह इसे जरूर खरीदते हैं. इसकी कीमत 50 ग्राम के हिसाब से 100 रुपए रखी गई है, और ग्राहक इसे खूब पसंद कर रहे हैं. इसके अलावा बाजार में इसकी मांग लगातार बढ़ रही है, जिससे मधुमक्खी पालन करने वाले किसानों की आमदनी में वृद्धि हो रही है.

मधुमक्खियां पराग को फूलों से इकट्ठा करके अपने पिछले पैरों पर बनी छोटी टोकरियों में ले जाती हैं. मधुमक्खी पालक छत्ते के प्रवेश द्वार पर पराग जाल लगाते हैं, जिससे मधुमक्खियों से पराग प्राप्त किया जा सके. जब मधुमक्खियां इस जाल से गुजरती हैं, तो उनका पराग अलग होकर नीचे एक दराज में जमा हो जाता है. इस तरह किसान आसानी से उच्च गुणवत्ता वाला पराग इकट्ठा कर मार्केट में बेच सकते हैं.

मुरादाबाद के किसान नेपाल सिंह की इस पहल से किसानों को एक नई कमाई का जरिया मिला है और उनकी आमदनी में वृद्धि हो रही है. यह एक अच्छा उदाहरण है कि किसान मधुमक्खी पालन और पराग इकट्ठा करके मोटा मुनाफा कमा सकते हैं और अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकते हैं.

You Missed

Scroll to Top