पुलिसकर्मियों के खिलाफ गंभीर आरोप
महाराष्ट्र के नागपुर में एक बड़ा मामला सामने आया है। 11 पुलिसकर्मियों को हिरासत में लेने के बाद उन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ बीएनएस सेक्शन 310(2), 126(2), सेक्शन 140(3), सेक्शन 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो चोरी, अवैध रोकथाम, अपहरण और आपराधिक साजिश से संबंधित हैं।
इन 11 पुलिसकर्मियों में से 5 को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि 6 अन्य पुलिसकर्मियों को भी मामले में शामिल किया गया है, जिनमें हेड कांस्टेबल मखन, राजेश जांघेला, रविंद्र उइके और कांस्टेबल रितेश वर्मा, केदार और सुभाष शामिल हैं। केदार और सुभाष स्पेशल आर्म्ड फोर्स-एसएएफ के हैं।
8-9 अक्टूबर की रात को महाराष्ट्र के नागपुर निवासी सोहन पARMAR को मध्य प्रदेश के कटनी से महाराष्ट्र के जलना के लिए यात्रा कर रहे थे। उनके पास लगभग 2.96 करोड़ रुपये का नकदी था, जो एक सोने के व्यापारी का था। यह पैसा वास्तव में हावला पैसा था। पुलिस की एक टीम, जिसकी अगुआई एसडीओपी पूजा पांडे और बांदोल पुलिस स्टेशन के इनचार्ज अर्पित भैरम ने शीलादेवी बाइपास के पास वाहन को रोका। हालांकि, पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर पैसे को अपने वाहनों में स्थानांतरित कर दिया और पुलिस स्टेशन पर वापस लौट गए, जिसमें विभाग के उच्च अधिकारियों को सूचित नहीं किया गया।
इस मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और जांच चल रही है।