भाजपा ने अपने सहयोगियों के साथ बातचीत के बाद बिहार और दिल्ली में 29 सीटें जीतने का स्वागत किया।
भाजपा नेताओं के बीच एक आपातकालीन बैठक नितिन नबीन के निवास स्थान पर हुई, जिसमें सहयोगियों के बीच असंतुष्टता का मुद्दा उठाया गया। बिहार एलजीपी (आरवी) के अध्यक्ष राजू तिवारी ने कहा, “हमने 40-45 सीटों की मांग की थी, लेकिन हमें 29 सीटों के साथ संतुष्ट होना पड़ा।”
बिहार में एनडीए के पांच सहयोगियों के लिए सीटों की सूची और उम्मीदवारों की घोषणा मंगलवार को होगी। यह घोषणा मंगलवार से पहले ही होनी थी, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया।
बिहार में एनडीए के पांच सहयोगियों के बीच तनाव बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश के एनडीए के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि वे बिहार में अपने पार्टी के उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, “हमें बिहार में एक भी सीट नहीं दी गई है, लेकिन हम 153 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।”
राजभर ने कहा कि उन्हें लगता है कि भाजपा ने उनकी पार्टी के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा, “हमने भाजपा के साथ गठबंधन किया था, लेकिन उन्होंने हमें एक भी सीट नहीं दी। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।”
राजभर के इस फैसले से एनडीए के पांच सहयोगियों के बीच तनाव बढ़ गया है। भाजपा नेताओं ने कहा है कि वे राजभर के इस फैसले का समर्थन नहीं करेंगे। भाजपा नेताओं ने कहा है कि वे राजभर के इस फैसले को मानने के लिए तैयार नहीं हैं।
इस बीच, भाजपा नेताओं ने कहा है कि वे अपने सहयोगियों के साथ बातचीत करेंगे और उन्हें अपने फैसले के बारे में बताएंगे। भाजपा नेताओं ने कहा है कि वे अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम करेंगे और उन्हें अपने फैसले के बारे में बताएंगे।