योगी आदित्यनाथ ने कहा, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को बचाने के साथ-साथ आधुनिक ज्ञान को बढ़ावा देने वाले संस्कृत के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, वे साइंस, गणित और अंग्रेजी भी सीखें। उन्होंने कहा कि कई धार्मिक नेता और संस्कृत विद्वान अब सेना, पैरामिलिट्री और पुलिस में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि संस्कृत को फिर से जीवंत भाषा बनाने से ही सांत्वना, सौहार्द और सबकी भलाई सुनिश्चित हो सकती है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संस्कृत को फिर से जीवंत भाषा बनाने से ही सांत्वना, सौहार्द और सबकी भलाई सुनिश्चित हो सकती है। उन्होंने कहा कि संस्कृत को फिर से जीवंत भाषा बनाने के लिए हमें संस्कृत को अपनाना होगा और इसके महत्व को समझना होगा। उन्होंने कहा कि संस्कृत को फिर से जीवंत भाषा बनाने से ही हम अपने सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को बचा सकते हैं और आधुनिक ज्ञान को बढ़ावा दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संस्कृत के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, वे साइंस, गणित और अंग्रेजी भी सीखें। उन्होंने कहा कि कई धार्मिक नेता और संस्कृत विद्वान अब सेना, पैरामिलिट्री और पुलिस में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि संस्कृत को फिर से जीवंत भाषा बनाने से ही हम अपने सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को बचा सकते हैं और आधुनिक ज्ञान को बढ़ावा दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को श्री अन्नपूर्णा ऋषिकुल ब्रह्मचार्याश्रम में छात्रों को लैपटॉप और सिलाई मशीनें वितरित की और कई बच्चों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि संस्कृत को फिर से जीवंत भाषा बनाने से ही हम अपने सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को बचा सकते हैं और आधुनिक ज्ञान को बढ़ावा दे सकते हैं।