Uttar Pradesh

चौदह कमरों में रहने वाली मुस्लिम महिला बुर्का पहने रहती थी, लेकिन अंदर झांकने पर दूसरी दुनिया का पर्दाफाश हुआ।

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक मुस्लिम महिला और उसके साथ कुछ लोगों को पुलिस ने पकड़ा है. अवैध पटाखा फैक्ट्री का भांडाफोड़.

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक कॉलेज के 14 कमरों का चौंकाने वाला राज सामने आया है. इन कमरों में एक मुस्लिम महिला और उसके परिवार के कुछ लोग रहते थे. महिला हमेशा बुर्का पहने रहती थी. खास बात यह है कि सालों से यह कॉलेज बंद पड़ा था. मगर जब पुलिस ने इसमें छापेमारी की तो अंदर एक अलग ही दुनिया दिखी. अंदर अवैध पटाका फैक्ट्री चलाई जा रही थी.

अवैध पटाखा कारोबार के विरुद्ध पुलिस प्रशासन का बड़ा एक्शन हुआ है. ताजा मामला आसपुरदेवसरा थाना के सपहा छात गांव का है. जहां बंद पड़े डिग्री कालेज में अवैध पटाखा फैक्ट्री पर पुलिस ने छापा मारा है. पुलिस और प्रशासन की छापेमारी में 47 लाख रुपये के पटाखा बरामद किए गए है. जबकि डिग्री कॉलेज के प्रिंसिपल आद्या सिंह, पटाखा कारोबारी मदीना बेगम सहित 4 व्यक्तियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने ध्वनि प्रदूषण वाले पटाखे की पूरी खेप बरामद कर ली है. दीपावली के पर्व पर पटाखा खपाने की तैयारी थी. वहीं क्षेत्र में बंद पड़े सुखराज सिंह बालिका महाविद्यालय में महीनों में पटाखा बनाने और बेचने का खेल चल रहा था. आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र में सुखराज सिंह बालिका महाविद्यालय है. बताया जा रहा है विद्यालय तीन साल पूर्व बंद हो गया था. पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि बंद पड़े महाविद्यालय में अवैध पटाखा बनाने और बेचने का धंधा चल रहा है. जिसके बाद एसडीएम और सीओ पट्टी स्थानीय पुलिस बल के साथ छापेमारी किया, तो पटाखा का जखीरा देख दंग रह गई. कॉलेज के 12 से अधिक कमरे में बम, अनार, फुलझड़ी सहित अधिक ध्वनि का पटाखा बनाया जा रहा था. जिसके बाद सभी पटाखों को पुलिस ने जब्त करते हुए प्रिंसिपल सहित पटाखा के चार कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया.

छापेमारी के दौरान पुलिस ने मदीना बेगम, उसके बेटे सलमान और सैफ को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि मदीना बेगम सालों से अवैध पटाखा बनाने का काम करती थी. जबकि उसके दोनों बेटे पटाखे को मार्केट में बेचने का काम किया करते थे. सभी मिलकर लाखों रुपये का पटाखा बनाकर उसको दीपावली जैसे पर्व पर खपाने की तैयारी थी. वहीं इस अवैध व्यवसाय में विद्यालय का प्रिंसिपल आद्या सिंह भी शामिल बताया जाता है. उसने अपने भवन को किराए पर दिया था, जिससे उसकी भूमिका संदिग्ध है. जिसकी जांच पुलिस कर रही है. पुलिस ने दीपावली के पहले छापेमारी कर अवैध काम का भंडाफोड़ कर दिया. वहीं रिहायशी इलाके में पटाखे को बनाने और डंप करने का काम किया जा रहा था. अगर कभी हादसा होता तो जान माल का बड़ा नुकसान हो सकता था.

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