रबी के सीजन में सरसों की बुवाई के लिए इन टॉप किस्मों का चयन करें
रबी के सीजन में धान की कटाई के साथ ही सरसों की बुवाई शुरू हो जाती है. गेहूं इस सीजन की प्रमुख फसल है, लेकिन किसान बड़ी मात्रा में सरसों भी उगाते हैं. सरसों की बुवाई से पहले उन्नत किस्म के बीजों का चयन सबसे ज्यादा जरूरी है.
रायबरेली जिले के राजकीय कृषि केंद्र शिवगढ़ के प्रभारी अधिकारी कृषि शिव शंकर वर्मा ने बताया कि रबी के सीजन में गेहूं की बुवाई के साथ ही किसान सरसों की बुवाई भी बड़े पैमाने पर करते हैं. सरसों की बुवाई करने वाले किसान सरसों के उन्नत किस्म के बीज का ही चयन करें. खेत भी अच्छी तरह से तैयार करें ताकि उन्हें अच्छी पैदावार मिल सके. सरसों की खेती के लिए खेत की गहरी जुताई बेहद जरूरी है.
गहरी जुताई से मिट्टी भुरभुरी हो जाती है, जिससे पानी की धारण क्षमता बढ़ जाती है. इससे सिंचाई करने पर खेत में अधिक समय तक नमी बनी रहती है. किसान ध्यान दें कि सरसों की फसल में जल जमाव न होने पाए क्योंकि जल जमाव से सरसों की जड़ें गलने लगती हैं और फसल खराब हो सकती है. अच्छी पैदावार के लिए खेतों में उर्वरक के साथ गोबर की खाद का भी उपयोग करें ताकि पौधों को उचित मात्रा में पोषक तत्व मिल सकें.
सरसों की टॉप किस्में
सरसों की खेती करने वाले किसानों को उन्नत किस्म के बीज की जानकारी न होने के कारण काफी नुकसान उठाना पड़ता है. इसीलिए जरूरी है कि किसान सरसों की बुवाई करने से पहले उन्नत किस्म के बीज का चयन कर लें, ताकि उन्हें अच्छी पैदावार के साथ अधिक मुनाफा मिल सके. सरसों की टॉप किस्में हैं वरुणा, गिरिराज, पूसा गोल्ड, पीएम 32, आर एच 749, माया और पूसा जय किसान. इन किस्मों का चयन करने से किसानों को कम समय में तैयार होकर अच्छी पैदावार मिल सकती है.