हाथियों के हमले से बचाव: पीलीभीत और तराई का इलाका हाथियों की आवाजाही का स्थायी हिस्सा बन गया है. इस क्षेत्र में ग्रामीण अपनी फसल और जान-माल की सुरक्षा के लिए कई तरीके अपनाते हैं, लेकिन सही जानकारी और सतर्कता ही बड़े हादसों को रोक सकती है. हाथियों के हमले से बचाव के लिए कई उपाय अपनाए जा सकते हैं, लेकिन सबसे जरूरी है सही जानकारी और सतर्कता.
आग या शोर से हाथी को भगाना संभव है, लेकिन दूरी बनाए रखना और वन विभाग की एडवाइजरी का पालन करना सबसे जरूरी है. वन विभाग की एडवाइजरी के अनुसार, हाथियों के हमले के दौरान सबसे जरूरी है कि आप अपनी सुरक्षा के लिए दूरी बनाए रखें और शोर मचाने से बचें. आग या शोर से हाथी को भगाने के लिए कई तरीके अपनाए जा सकते हैं, लेकिन दूरी बनाए रखना सबसे जरूरी है.
ग्रामीण अपनी फसल और जान-माल की सुरक्षा के लिए कई तरीके अपनाते हैं, लेकिन सही जानकारी और सतर्कता ही बड़े हादसों को रोक सकती है. हाथियों के हमले से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि आप अपनी सुरक्षा के लिए दूरी बनाए रखें और वन विभाग की एडवाइजरी का पालन करें. आग या शोर से हाथी को भगाना संभव है, लेकिन दूरी बनाए रखना और वन विभाग की एडवाइजरी का पालन करना सबसे जरूरी है.