चंदौली जिले में बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। पिछले 24 घंटों के दौरान हुई 125 मिमी से अधिक बारिश ने गांवों और शहरी इलाकों में पानी भर दिया है। चंद्रप्रभा, मूसाखाड़ और तलीफशाह बीयर से पानी छोड़े जाने के कारण जिले की तीन प्रमुख नदियां कर्मनाशा, चंद्रप्रभा और गड़ई उफान पर हैं। कई स्थानों पर सड़कों और पुलों पर पानी बह रहा है, जिससे आवाजाही बाधित हो गई है।
ग्राम ददरा, कैथी, मुजफ्फरपुर, चितौरी और नौगढ़ डैम के आसपास के गांवों में जलभराव से हालात गंभीर हो गए हैं। ददरा गांव पूरी तरह पानी से घिर चुका है, जिससे लोग अपने घरों में ही फंसे हुए हैं। पीडीडीयू नगर और चंदौली शहर के कई निचले इलाकों की कॉलोनियों में पानी भर गया है, जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बबुरी पुल पर पानी बह रहा है, जिससे वहां के आसपास के गांवों में खतरा बढ़ गया है। खासकर कर्मनाशा नदी में 50,914 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से इसके किनारे बसे गांवों की स्थिति गंभीर हो गई है। सदर ब्लॉक के नरहन गांव के पास इन तीनों नदियों का जल मिल रहा है, जिससे बाढ़ की स्थिति और विकराल होती जा रही है। जलस्तर में लगातार वृद्धि को देखते हुए प्रशासन की चिंता भी बढ़ गई है और हालात के और बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है।
रामनगर औद्योगिक क्षेत्र की स्थिति भी खराब हो गई है। कंट्रोल रूम में सड़क की ओर से पानी घुस चुका है, जिससे कामकाज प्रभावित हुआ है। जिवनाथपुर पावर हाउस में भी जलभराव की सूचना है। डीडीयू मंडल में रेलवे की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। रेलवे हॉस्पिटल परिसर और उसके आसपास की सड़कों पर पानी भर गया है। रेलवे के सेंट्रल कॉलोनी और लोको कॉलोनी में कर्मचारियों के क्वार्टरों में पानी घुसने से लोग परेशान हैं।
चंदौली जिला अस्पताल की हालत भी काफी खराब बताई जा रही है। शहाबगंज थाना क्षेत्र के गोविंदपुर गांव में बारिश के चलते एक कच्ची दीवार गिरने से मुनीब यादव नामक व्यक्ति की मौत हो गई। इस हादसे से परिवार में शोक का माहौल है। जिले के कई अन्य गांवों में भी कच्चे मकानों के गिरने और घरों के क्षतिग्रस्त होने की खबरें सामने आ रही हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग एवं पुलिस अधीक्षक आदित्य लांघे ने अमोगपुर, अलीनगर और बबुरी क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में जलभराव, बिजली आपूर्ति, नालियों की सफाई और यातायात व्यवस्था की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि जलभराव वाले क्षेत्रों में तत्काल पंपिंग सेट लगाकर पानी की निकासी की जाए।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि बारिश से प्रभावित लोगों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने नगर पालिका, नगर पंचायत और तहसील प्रशासन को आपसी समन्वय से राहत कार्यों को तेज करने का आदेश दिया। निरीक्षण में उप जिलाधिकारी सदर, पीडीडीयू नगर, संबंधित अधिकारी एवं क्षेत्राधिकारीगण भी उपस्थित रहे।