उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में अरबी की खेती से किसान अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। किसान मोनू यादव ने बताया कि वह कई सालों से धान, गेहूं और सब्जियों की खेती करते आ रहे हैं। हाल ही में उन्होंने अरबी की खेती शुरू की है, जिससे उन्हें अच्छा फायदा हुआ है।
मोनू यादव के पास करीब दो बीघे में अरबी लगी हुई है, जिसमें लागत एक बीघे में 10 से 15 हजार रुपये आती है। मुनाफा एक फसल पर एक से सवा लाख रुपये तक हो जाता है। अरबी की डिमांड बाजार में हमेशा बनी रहती है, जिससे किसानों को अच्छी कीमत मिलती है। इस समय उनकी अरबी 35 से 40 रुपये किलो में जा रही है।
अरबी की खेती में कम लागत आती है, क्योंकि इसमें ज्यादा पानी की जरूरत नहीं पड़ती है। जानवर भी इसे नहीं खाते और न ही ज्यादा देख-रेख करनी पड़ती है। इस फसल में देखा जाए तो लागत बेहद कम है।
अरबी की खेती करना बहुत ही आसान है। पहले खेत की जुताई की जाती है, फिर इसमें गोबर की खाद का छिड़काव कर खेत समतल करके उसमें थोड़ी-थोड़ी दूर पर अरबी के बीजों की बुवाई की जाती है। जब इसका पौधा निकल आता है, तब इसकी सिंचाई की जाती है। महज इसको लगाने के बाद 4 से 5 महीने बाद फसल तैयार हो जाती है, जिसकी खुदाई करके इसे बाजार में बेचा जा सकता है।
उत्तर प्रदेश के किसानों को अरबी की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा हो सके।