चंदनी बार के सीक्वल के बारे में बात करते हुए, संदीप ने कहा, “चंदनी बार तो बस एक फिल्म नहीं थी, यह समाज का एक दर्पण था, बिना किसी डर के और ईमानदारी. दो दशक बाद भी, जिंदगी की लड़ाई, गरिमा और आकांक्षा की लड़ाई अभी भी वास्तविकता है. इस सीक्वल के माध्यम से, मैं उन सच्चाइयों का सामना करना चाहता हूँ, एक कहानी बताना चाहता हूँ जो आज की पीढ़ी के साथ जुड़े, और जो मूल फिल्म की तरह ही गहराई और ईमानदारी से भरी हो.”
उन्होंने आगे कहा, “चंदनी बार की कहानी आज भी प्रासंगिक है, और मैं इसे एक नए दृष्टिकोण से देखना चाहता हूँ. मैं चाहता हूँ कि लोग इस फिल्म को देखकर सोचने लगें कि हमारे समाज में क्या बदलाव होने चाहिए, और हमें क्या सीखना चाहिए. मैं चाहता हूँ कि यह फिल्म एक प्रेरणा के रूप में काम करे, और लोगों को अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित करे.”
संदीप की दृष्टि में चंदनी बार का सीक्वल एक ऐसी फिल्म होगी जो आज के समय की सच्चाई को दिखाएगी, और लोगों को अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित करेगी.

