केला उगाने से किसान भाई मालामाल हो सकते हैं
बाराबंकी. किसान अब उन फसलों की ओर रुख कर रहे हैं, जिनसे उन्हें बेहतर मुनाफा मिल सके. ऐसी ही एक फसल है केला. इसकी खेती किसानों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनकर उभरी है. यह पारंपरिक फसलों की तुलना में अधिक लाभकारी साबित हो रही है. केला एक नकदी फसल है, जिसकी खेती से अच्छी आमदनी प्राप्त की जा सकती है. बाजार में इसके भाव भी ठीक मिलते हैं और इसका विक्रय पूरे साल किया जा सकता है, जिससे किसानों को लगातार आय का स्रोत मिलता रहता है. अगर केले की खेती में कुछ आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाए तो पैदावार अच्छी रहती है.
बाराबंकी के महंदाबाद गांव में रहने वाले किसान राजेंद्र वर्मा लंबे समय से केले की खेती कर रहे हैं. इन दिनों उन्होंने करीब दो बीघे में केला लगा रखा है. एक फसल पर डेढ़ से दो लाख रुपए तक मुनाफा कमा रहे हैं. किसान राजेंद्र वर्मा बताते हैं कि पहले हम धान, गेहूं और सरसों आदि की खेती करते थे. इधर 5-6 साल से केले की खेती कर रहे हैं. केले की खेती में मुनाफा दूसरी फसलों से कहीं ज्यादा है. इस समय हमारे पास दो बीघे में जी 9 कंपनी का केला लगा है. एक बीघे खेती में 20 से 25 हजार रुपए लागत आती है और मुनाफा डेढ़ से दो लाख रुपए तक हो जाता है.
केले की खेती करना आसान है. सबसे पहले खेत की जुताई की जाती है. इसके बाद 3 से 4 फिट की दूरी पर गड्ढे खोदे जाते हैं. फिर इसमें गोबर और जैविक खाद डाला जाता है. इसके बाद केले के पौधे लगाए जाते हैं. इसकी सिंचाई बराबर की जाती है, जिससे पेड़ जल्दी तैयार हो जाता है. पौधा लगाने के 13 से 14 महीने बाद फल निकलना शुरू हो जाता है. केले की पैदावार अच्छी है और इसका स्वाद भी काफी अच्छा है. इसकी मोटाई और लंबाई भी काफी अच्छी है, इसलिए इसकी मांग काफी ज्यादा है. इसका पौधा हम बाहर से मांगते हैं, जो हमें 17 से 18 रुपए का एक पड़ता है. इसको एक बार लगाने के बाद दो साल तक फसल मिलती रहती है.

