Uttar Pradesh

अलीगढ़ की अनोखी स्वाद, दुनिया की सबसे छोटी समोसा, जो एक बाइट में चावल लेती है – उत्तर प्रदेश समाचार

अलीगढ़ में दुनिया का सबसे छोटा समोसा चर्चा का विषय बना हुआ है. यहां तैयार किया जाता है दुनिया का सबसे छोटा समोसा, जो अपने नन्हें से आकार में बड़े स्वाद का खजाना समेटे हुए हैं. मात्र डेढ़ इंच के इस मिनी समोसे का वज़न करीब 25 ग्राम होता है और यह एक ही बाइट में खत्म हो जाता है. कुरकुरी परत और मसालेदार आलू की भराई से बना यह समोसा होता है लाजवाब.

उत्तर प्रदेश का जनपद अलीगढ़ न सिर्फ अपने मशहूर तालों और तालीम के लिए पहचाना जाता है, बल्कि अब यह शहर एक अनोखे व्यंजन के लिए भी चर्चा में है. जी हां, अलीगढ़ में दुनिया का सबसे छोटा समोसा तैयार किया जाता है. जिसने खाने के शौकीनों का दिल जीत लिया है. यह छोटा सा समोसा आकार में भले ही मात्र डेढ़ इंच का हो लेकिन स्वाद और सुगंध के मामले में किसी बड़े समोसे से बिल्कुल कम नहीं है. यह डेढ़ इंच का समोसा अपने नायाब स्वाद के कारण खास पहचान बना चुका है. लगभग 25 ग्राम वज़न का यह मिनी समोसा एक ही बाइट में खाया जा सकता है. कुरकुरी परत, मसालेदार आलू की भराई और पारंपरिक जायके का मेल इसे खास बनाता है. देखने में छोटा है लेकिन स्वाद में बड़ा है यह समोसा. लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो चुका है. यह मिनी समोसा.

इस छोटे समोसे की शुरुआत अलीगढ़ के जय गंज इलाके में एक पुराने प्रतिष्ठान से हुई थी. दुकान मालिक सचिन बताते हैं कि उनके दादा ज्वाला प्रसाद ने करीब 50 साल पहले यह दुकान शुरू की थी. तब से लेकर अब तक समोसे का यह सफर लगातार जारी है. पिछले 25 सालों से सचिन खुद इस दुकान को संभाल रहे हैं और इसे और भी खास बना दिया है. दुकानदार सचिन बताते हैं कि उनके यहां बनने वाला यह खास समोसा केवल ₹2 का मिलता है. आलू और मैदा से तैयार इस समोसे में बेहतरीन क्वालिटी के मसाले डाले जाते हैं. बनाने की प्रक्रिया बिल्कुल वही है, जैसी बड़े साइज के समोसे की होती है. लेकिन आकार छोटा होने से इसका स्वाद और भी क्रिस्पी और मजेदार लगता है. समोसे की इस दुकान पर 3 से 4 कारीगर रोज़ाना इन मिनी समोसों को तैयार करते हैं. सुबह से लेकर शाम तक करीब 5 से 6 हजार समोसे बनाए और बेचे जाते हैं. खास बात यह है कि ये सारे समोसे उसी दिन बिक जाते हैं. जिस दिन बनाए जाते हैं.

इसका मतलब है कि इनकी डिमांड इतनी ज्यादा है कि रोजाना ताजा बनाकर तुरंत खत्म हो जाते हैं. दुकानदार सचिन का कहना है कि उनके समोसे की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इन्हें खाने के लिए किसी चटनी की जरूरत नहीं पड़ती. सिर्फ समोसा ही इतना स्वादिष्ट होता है कि लोग बार-बार इन्हें खरीदने आते हैं. दूसरे समोसों से अलग, इन छोटे समोसों का स्वाद लोगों को मदहोश कर देता है और यही वजह है कि यह समोसा अपने आप में अनोखा है. अलीगढ़ का यह मिनी समोसा हर मौके के लिए परफेक्ट माना जाता है. चाहे पार्टी हो, स्नैक टाइम हो या फिर कुछ खास खाने की इच्छा. यह छोटा समोसा हर समय स्वाद का जादू बिखेरने में सक्षम है. सचिन का दावा है कि दुनिया का सबसे छोटा समोसा सिर्फ उनकी दुकान पर ही बनता है और यही वजह है कि यह न सिर्फ अलीगढ़ बल्कि दूर-दराज से आने वाले ग्राहकों के लिए भी खास आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.

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