Uttar Pradesh

750 किसानों को जोड़कर शुरू किया यह काम, 28 साल की उम्र में बदल गई किस्मत! आज 60 लाख से अधिक का है कारोबार – उत्तर प्रदेश समाचार

कानपुर के युवा किसान ने 750 किसानों को संगठित किया, 60 लाख रुपये का कारोबार स्थापित किया

कानपुर: किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए कानपुर के सरसौल निवासी रामशंकर तिवारी ने एक अनोखा कदम उठाया है। उन्होंने डायनमिक किसान प्रोड्यूसर लिमिटेड एफपीओ स्थापित किया, जिसमें अब 750 से अधिक किसान शामिल हैं। यह एफपीओ 60 लाख रुपये से अधिक का कारोबार कर रहा है।

रामशंकर तिवारी की यह यात्रा साल 2019 में नमामि गंगे अभियान से शुरू हुई थी। उन्होंने गंगा दूत के रूप में काम किया और गंगा किनारे बसे अपने गांव नजफगढ़ से गंगा सफाई के काम में भाग लिया। इस काम से उन्हें किसानों की समस्याओं का एहसास हुआ और उन्होंने विचार किया कि क्यों न किसानों को संगठित किया जाए। इसके बाद उन्होंने एफपीओ बनाने की योजना बनाई।

शुरुआत में महज 10 किसान जुड़े, फिर 100 और देखते ही देखते 750 किसान एफपीओ का हिस्सा बन गए। रामशंकर ने किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए कई कदम उठाए। उन्होंने सरसौल स्थित एफपीओ कार्यालय में ही मृदा परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित कर दी, जिसमें आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञ भी सहयोग करते हैं। इस सुविधा से किसानों को अपनी मिट्टी की सही स्थिति समझने और बेहतर फसल उगाने में मदद मिली। इसके साथ ही उन्होंने उद्यान विभाग से संपर्क कर किसानों को मुफ्त बीज दिलाना शुरू किया। इससे किसानों की लागत घटी और आय बढ़ी।

आज एफपीओ किसानों की उपज सीधे बाजार तक पहुंचाता है और उनकी आमदनी बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है। रामशंकर की सबसे बड़ी सफलता यह रही कि उन्होंने किसानों को परंपरागत खेती से हटाकर जैविक और प्राकृतिक खेती की ओर मोड़ा। शुरुआत में यह काम कठिन था, लेकिन धीरे-धीरे किसानों ने इसके लाभ समझे। अब कई किसान अपने खेतों में पेस्टीसाइड छोड़कर जीवामृत, घनजीवामृत, दसपरणी, गोबर, गौ मूत्र और मट्ठे का इस्तेमाल कर रहे हैं। किसान राजेश त्रिपाठी और विजय जैसे कई किसान बताते हैं कि जैविक खेती से उनकी पैदावार बेहतर हुई है और फसल की गुणवत्ता भी बढ़ी है।

आज 28 साल की उम्र में रामशंकर तिवारी केवल अपने गांव या जिले के नहीं, बल्कि आसपास के जिलों के भी किसानों के मददगार बन गए हैं। उनकी सोच और मेहनत ने न सिर्फ किसानों को संगठित किया है बल्कि उनकी आय में भी इजाफा कराया है। 60 लाख रुपये का कारोबार करने वाला उनका एफपीओ इस बात का प्रमाण है कि अगर इच्छाशक्ति मजबूत हो तो किसान भी आधुनिक तरीकों से जुड़कर समृद्धि की राह पर बढ़ सकते हैं।

You Missed

Gujarat's farm relief triggers anger across political spectrum
Top StoriesNov 8, 2025

गुजरात के किसानों को राहत देने के फैसले ने राजनीतिक विपक्ष के साथ-साथ व्यापक आक्रोश पैदा किया है

अहमदाबाद: गुजरात सरकार का बहुत बड़ा किसानों के लिए 10,000 करोड़ रुपये का कृषि सहायता पैकेज, जो असामान्य…

Bihar election fallout, SIR set to dominate winter session of Parliament starting from December 1
Top StoriesNov 8, 2025

बिहार विधानसभा चुनाव के प्रभाव, 1 दिसंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में SIR का दबदबा

यह सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय है। इस सर्दियों के सत्र को 2014 के…

Scroll to Top