अलीगढ़ में मिशन शक्ति अभियान के तहत एक प्रेरणादायक पहल की गई
उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं और छात्राओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल की गई है। इस पहल के अंतर्गत 12वीं कक्षा की छात्रा भक्ति गुप्ता को एक दिन के लिए डीएसपी अलीगढ़ के कस्बा छर्रा की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
भक्ति के पिता धर्मेंद्र गुप्ता एक किसान हैं और मेहनत कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। छात्रा भक्ति ने सीओ की कुर्सी पर बैठकर न केवल जनता की समस्याएं सुनीं, बल्कि जनसुनवाई के दौरान कई मामलों का निस्तारण भी किया। इस अनुभव को लेकर उन्होंने कहा कि अधिकारी की कुर्सी पर बैठना और लोगों की समस्याओं को सुनना बेहद चुनौतीपूर्ण लेकिन साथ ही उत्साहजनक भी रहा।
ऐसे मौके न सिर्फ छात्राओं में आत्मविश्वास भरते हैं बल्कि उन्हें समाज सेवा और प्रशासनिक जिम्मेदारियों को समझने का अवसर भी देते हैं।
भक्ति गुप्ता का अनुभव
बहुत अच्छा लग रहा है: भक्ति गुप्ता
भक्ति गुप्ता ने बताया कि मैं कक्षा 12वीं की छात्रा हूं। सरस्वती विद्या मंदिर छर्रा अलीगढ़ में पढ़ती हूं। सबसे पहले मैं धन्यवाद करना चाहूंगी अलीगढ़ प्रशासन का जिसने मुझे इतने बड़े पद पर बैठाया और मुझे इतना सम्मान दिया। मैं बहुत खुश हूं। यहां पर आकर पता लगा कि हमारी पुलिस के पास कितना काम होता है। सुबह से शाम तक इतनी सारी प्रॉब्लम्स का सॉल्यूशन निकलते हैं। मुझे यहां पर आकर बहुत गर्व महसूस हुआ। यही कामना है कि बड़ी होकर मैं भी एक पुलिस ऑफिसर बनूं। कुछ लोग आए थे, जिनकी मैंने प्रॉब्लम वगैरा सुनी और उनका का सॉल्यूशन दिया। बहुत अच्छा लग रहा है।
डीएसपी छर्रा का बयान
डीएसपी छर्रा धनंजय कुमार ने बताया कि शासन की तरफ से और डीजीपी सर की तरफ से भी मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है। इसमें महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के प्रति अपराध के रोकथाम के लिए काम किया जा रहा है। इस संदर्भ में हमने आज एक बच्ची भक्ति गुप्ता को एक दिन का सीओ बनाया। भक्ति ने आज जनसुनवाई में कई समस्या सुनी। मैं भक्ति गुप्ता को उनके फयूचर के लिए शुभकामनाएं देता हूं। महिला सशक्तिकरण के लिए हमारी पूरी टीम एक्टिव है। हम इस संदर्भ में बहुत काम भी कर रहे हैं। हम हमेशा तत्पर रहेंगे।

