नवरात्रि और उपवास के दिनों में हल्के व पौष्टिक स्नैक की तलाश खत्म हो सकती है मखाना आलू टिक्की पर. बलिया की विद्यावती देवी द्वारा साझा की गई यह रेसिपी स्वाद और सेहत का संतुलन है. प्रोटीन व फाइबर से भरपूर मखाने और आलू का मेल हर उम्र के लोगों को पसंद आएगा. बलिया में नवरात्रि का व्रत हो या हल्के स्नैक का समय, मखाना आलू टिक्की हर मौके पर स्वाद और सेहत का बेहतरीन संगम है. मखाना, जिसे फॉक्स नट्स भी कहा जाता है, प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है, वहीं आलू इसमें स्वाद और भरपेट अहसास जोड़ते हैं. बलिया की बुजुर्ग विद्यावती देवी ने एक आसान और पौष्टिक रेसिपी साझा की है, जो व्रत के दिनों में ऊर्जा देने के साथ-साथ सामान्य दिनों में भी स्नैक के रूप में परोसी जा सकती है.
आवश्यक सामग्री
उबले आलू – 3 मध्यम आकार के
भुना मखाना – 1 कप
सेंधा नमक – स्वादानुसार
काली मिर्च पाउडर – ½ चम्मच
हरा धनिया – 2 बड़े चम्मच (कटा हुआ)
तेल – तलने के लिए
बनाने की विधि
विद्यावती देवी बताती हैं कि मखाना आलू टिक्की बनाना बेहद आसान है. सबसे पहले मखानों को हल्का भूनकर मिक्सी में पीस लें. पिसा हुआ मखाना बिल्कुल बारीक पाउडर जैसा होना चाहिए. अब उबले हुए आलुओं को छीलकर अच्छी तरह मैश करें. इसमें मखाने का पाउडर, सेंधा नमक, काली मिर्च और कटा हुआ हरा धनिया डालकर अच्छे से मिलाएं. मिश्रण को गूंध लें ताकि टिक्की आकार देने में आसानी हो. इसके बाद मिश्रण से मध्यम आकार की टिक्कियां बनाएं. एक कड़ाही में तेल गरम करें और टिक्कियों को मध्यम आंच पर दोनों ओर से सुनहरा और कुरकुरा होने तक तलें. तैयार टिक्कियों को टिश्यू पेपर पर निकालें ताकि अतिरिक्त तेल सोख लिया जाए.
परोसने का तरीका गरमा-गरम टिक्कियों को हरी चटनी, दही या टमाटर सॉस के साथ परोसा जा सकता है. यदि स्वाद को और बढ़ाना चाहें तो टिक्की के मिश्रण में बारीक कटा अदरक या हरी मिर्च भी मिला सकते हैं. यह टिक्की न केवल व्रत और उपवास के समय उपयुक्त है, बल्कि बच्चों के लंच बॉक्स के लिए भी आदर्श विकल्प साबित हो सकती है.
स्वास्थ्य लाभ
मखाना प्रोटीन, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और हड्डियों के लिए भी लाभकारी है. वहीं, आलू से मिलने वाला कार्बोहाइड्रेट शरीर को त्वरित ऊर्जा प्रदान करता है. इस वजह से यह रेसिपी उपवास के दौरान शरीर को ताकत और ताजगी देती है. साथ ही इसका हल्का और कुरकुरा स्वाद बच्चों और बड़ों, दोनों को पसंद आता है. आज के समय में जब पैकेज्ड स्नैक्स का चलन बढ़ रहा है, ऐसे में घरेलू और पारंपरिक व्यंजन जैसे मखाना आलू टिक्की सेहत के लिहाज से बेहतर विकल्प हैं. इसे बनाने के लिए सामग्री आसानी से घर में उपलब्ध हो जाती है और बनाने की प्रक्रिया भी बेहद आसान है. यही कारण है कि बलिया की विद्यावती देवी जैसे लोग इसे पीढ़ी दर पीढ़ी साझा कर रहे हैं.