पीलीभीत के व्यापारी शैली अग्रवाल ने अपने स्वर्गीय पिता की याद में एक अनोखी सेवा शुरू की है, जिसके तहत ज़रूरतमंद लोगों को शहर के दो भोजनालयों में सिर्फ 5 रुपये में भरपेट भोजन मिल रहा है. यह पहल न केवल भूख मिटा रही है, बल्कि छोटे भोजनालयों को भी सहारा दे रही है.
पीलीभीत में अपने बड़े-बुज़ुर्गों को याद करने और उन्हें श्रद्धांजलि देने का हर किसी का अपना-अपना तरीका होता है. पीलीभीत के एक सर्राफा व्यापारी जरूरतमंदों को महज 5 रुपये में भरपेट भोजन करवा रहे हैं. खास बात यह है कि उन्होंने उन भोजनालयों को चुना है जिनका व्यवसाय सामान्य तौर पर थोड़ा धीमा रहता है, जिससे उनका भी सहयोग हो सके.
दरअसल, शैली अग्रवाल, जो पीलीभीत शहर में रहते हैं और सर्राफा व्यापारी हैं, समय-समय पर अपने स्तर पर कई सामाजिक कार्यों में लगे रहते हैं. उन्होंने बताया कि उनके स्वर्गीय पिता लाला हरनारायण को लोगों को भोजन कराने का बहुत शौक था. कोई भी व्यक्ति उनके घर या दुकान पर आता था, तो बिना कुछ खिलाए-पिलाए वे उसे जाने नहीं देते थे.
लगभग तीन साल पहले, शैली अग्रवाल के मन में विचार आया कि पिता के इस संकल्प को सामाजिक रूप से आगे बढ़ाया जाए. उन्होंने शहर के दो भोजनालयों को चुना और वहां जरूरतमंदों को 5 रुपये में भरपेट भोजन कराने की योजना शुरू की. शहर के चौक बाजार और कोतवाली गेट के पास स्थित भोजनालयों में जरूरतमंद व्यक्ति जाकर सिर्फ 5 रुपये देकर भरपेट खाना खा सकते हैं.
शैली अग्रवाल ने बताया कि उनके पिता के इस संकल्प को सामाजिक रूप से आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने शहर के दो भोजनालयों को चुना है. इन भोजनालयों में जरूरतमंद लोगों को सिर्फ 5 रुपये में भरपेट भोजन मिल रहा है. यह पहल न केवल भूख मिटा रही है, बल्कि छोटे भोजनालयों को भी सहारा दे रही है.
यह पहल न केवल जरूरतमंद लोगों को भोजन प्रदान करने में मदद कर रही है, बल्कि शहर के छोटे भोजनालयों को भी सहारा दे रही है. शैली अग्रवाल की इस पहल से शहर के जरूरतमंद लोगों को भरपेट भोजन मिल रहा है.