शारदीय नवरात्रि शुरू हो चुकी है, जो हिंदू धर्म में एक पवित्र महीना माना जाता है. इस दौरान मंदिरों में सुबह से ही माता रानी की पूजा का दौर चलने लगता है. नवरात्रि के नौ दिनों में माता रानी की अलग-अलग स्वरूपों की पूजा आराधना का विधान है. मां भगवती दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए लोग तमाम तरह के उपाय करते हैं.
नवरात्रि के दिनों में घर में शंख, श्रीयंत्र, मोर पंख, तुलसी या केले का पौधा लाने से यह बेहद महत्त्वपूर्ण माना जाता है. अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि इस बार की नवरात्रि 10 दिनों की है. ऐसी स्थिति में अगर आप नवरात्रि में अपने घर में इन वस्तुओं को लाते हैं, तो यह शुभता का प्रतीक है. माता रानी भी इससे प्रसन्न होती हैं और जीवन में धन की कोई कमी नहीं रहती.
नवरात्रि में माता रानी की पूजा आराधना के दौरान शंख बजाया जाता है. इसमें समस्त देवी-देवताओं की शक्ति और ऊर्जा समाहित रहती है. नवरात्रि के दिनों में शंख को लाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा फैलती है और आंतरिक कलह से मुक्ति मिलती है. शंख को देवी दुर्गा का लक्ष्मी स्वरूप माना जाता है. नवरात्रि में शंख को लाने से माता रानी की विशेष कृपा मिलती है.
नवरात्रि में अगर आप अपने घरों में श्रीयंत्र खरीद कर लाते हैं और उसे किसी विद्वान पुरोहित से प्राण प्रतिष्ठा करवाकर पूजा के स्थल पर रखते हैं और उसकी प्रतिदिन पूजा आराधना करते हैं तो आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है. सनातन परंपरा में मोर पंख को बहुत ज्यादा पवित्र माना जाता है. हिंदू धर्म में तमाम देवी-देवताओं की सवारी भी मोर है. ऐसी स्थिति में अगर आप शारदीय नवरात्रि में मोर पंख घर लाते हैं तो यह ज्ञान का प्रतीक माना जाता है. ऐसा करने से माता सरस्वती की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
नवरात्रि में तुलसी का पौधा घर में लाने से वास्तु दोष से मुक्ति मिलती है. भगवान श्री हरि विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है. नवरात्रि के दिनों में तुलसी का पौधा घर के ईशान कोण पर लगाना चाहिए.

