जौनपुर का मां शीतला चौकियां धाम में नवरात्र में उमड़ती है भक्तों की भीड़
जौनपुर जनपद का प्राचीन और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मां शीतला चौकियां धाम नवरात्र के अवसर पर भक्ति और श्रद्धा का केंद्र बन जाता है. यहां केवल दर्शन मात्र से ही भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. यही कारण है कि चैत्र और शारदीय नवरात्र में देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं.
धाम का इतिहास सैकड़ों वर्षों पुराना माना जाता है. इस पावन स्थान पर माता शीतला की कृपा निरंतर बनी रहती है. स्थानीय लोगों का विश्वास है कि मां के आशीर्वाद से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं. खासकर नवरात्र में यहां दर्शन का महत्व और भी बढ़ जाता है. भक्तजन व्रत-पूजा के साथ विशेष अनुष्ठान कर मां शीतला से सुख-समृद्धि और परिवार की मंगलकामना करते हैं.
इस वर्ष भी शारदीय नवरात्र को लेकर मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. मंदिर महंत विवेकानंद ने बताया कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दे दिया गया है. मंदिर परिसर की साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था, पार्किंग स्थल, जलपान और दर्शन व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया है. महंत ने बताया कि इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष बैरिकेडिंग की गई है. महिलाओं, वृद्धों और दिव्यांगों के लिए अलग से कतार और विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. साथ ही प्रशासन के सहयोग से मेडिकल कैंप और प्राथमिक उपचार केंद्र भी लगाया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद मिल सके.
भक्तों की सुविधा के लिए नगर पालिका और पुलिस प्रशासन ने भी संयुक्त रूप से व्यवस्था बनाई है. आसपास के इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति सुचारू रखने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. पुलिस विभाग ने सुरक्षा के मद्देनजर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की है. सीसीटीवी कैमरों से पूरे परिसर की निगरानी की जा रही है. श्रद्धालुओं में मां शीतला धाम को लेकर गहरी आस्था है. कई भक्त मानते हैं कि नवरात्र में मां के दर्शन मात्र से संतान प्राप्ति, स्वास्थ्य लाभ और आर्थिक उन्नति जैसी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यहां भक्त पैदल यात्रा कर पहुंचते हैं और मां के दरबार में अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं. नवरात्र के अवसर पर मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन और धार्मिक आयोजन भी होते हैं. स्थानीय कलाकारों और भक्त मंडलियों द्वारा देवी गीत गाए जाते हैं, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठता है. मां शीतला का आशीर्वाद पाने के लिए भक्तजन दिन-रात दर्शन के लिए कतार में लगे रहते हैं.