मेरठ: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (CCSU) के 37वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने युवाओं में नशे और ड्रग्स के बढ़ते प्रभाव को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की. उन्होंने छात्रों और अभिभावकों को आगाह किया कि नशा अब केवल लड़कों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि लड़कियां भी इसकी गिरफ्त में आ रही हैं।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा, “क्या कर रहे हैं हम? माता-पिता कहां हैं, शिक्षक कहां हैं, और हमारे संस्कार कहां हैं?” उन्होंने कहा कि शराब के बाद अब ड्रग्स का खतरनाक धंधा युवाओं के जीवन को बर्बाद कर रहा है. विश्वविद्यालयों और शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे नशा मुक्त वातावरण सुनिश्चित करें और युवाओं को सही मार्गदर्शन दें.
राज्यपाल ने सभी विश्वविद्यालयों से अपील की कि वे अपने परिसर में ड्रग्स मुक्त अभियान चलाएं. उन्होंने कहा कि युवा अपनी क्षमताओं और भविष्य को खतरे में डाल रहे हैं. इस अवसर पर उन्होंने कुलपतियों को निर्देश दिया कि वे ड्रग्स और नशे के विषय पर कार्यशालाएं आयोजित करें, जिसमें डॉक्टर और विशेषज्ञ भी शामिल हों.
उन्होंने कहा कि यदि विद्यार्थियों में जागरूकता नहीं होगी, तो हमारी मेहनत और मेडल बेकार होंगे. शिक्षा केवल अंक और पुरस्कार तक सीमित नहीं रह सकती. उन्होंने कहा कि हमें अपने बच्चों को सही मार्गदर्शन देना होगा और उन्हें नशे और ड्रग्स से दूर रखना होगा।
राज्यपाल ने ऑनलाइन गेमिंग को लेकर भी चेतावनी दी और कहा कि अब इसके लिए कानून लागू हो गया है, जो युवाओं के सुरक्षित भविष्य को सुनिश्चित करेगा. उन्होंने अभिभावकों और शिक्षकों को इसके प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता जताई.
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की कैंटीन में स्वच्छ और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने पर जोर दिया. उनका मानना है कि स्वास्थ्य और शुद्ध वातावरण ही छात्र के सर्वांगीण विकास की कुंजी हैं।
इस अवसर पर राज्यपाल ने 147 मेधावियों को 245 गोल्ड मेडल प्रदान किए. उन्होंने कहा कि ये सफलता तभी मूल्यवान है जब छात्र अपनी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें और नशे जैसी बुरी आदतों से दूर रहें.
राज्यपाल ने सभी से आग्रह किया कि वे स्वदेशी दिवस मनाएं और अपने जीवन में मेड इन इंडिया को आधार बनाएं. उनका कहना था कि यह न केवल देशभक्ति की भावना बढ़ाएगा, बल्कि युवाओं में आत्मनिर्भरता और जिम्मेदारी की भावना भी जगाएगा.