भारत के आईटी क्षेत्र पर अमेरिकी वीजा शुल्क में वृद्धि का असर
भारत के आईटी क्षेत्र पर अमेरिकी वीजा शुल्क में वृद्धि के बाद कई विशेषज्ञों ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि यह वृद्धि स्थायी नहीं है, लेकिन इसका भारत के आईटी क्षेत्र पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। कई प्रतिभाशाली पेशेवरों को अपने देश वापस आना पड़ सकता है, जिससे भारत में प्रतिभा की सघनता बढ़ सकती है।
केंद्र फॉर ह्यूमन सिक्योरिटी स्टडीज़ के संस्थापक और निदेशक डॉ. कंगनती रामेश बाबू ने कहा कि यह वृद्धि स्थायी नहीं है, लेकिन इसका भारत के आईटी क्षेत्र पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने कहा, “हालांकि यह स्थायी नहीं है, लेकिन यह एक बड़ा बदलाव होगा। कई प्रतिभाशाली पेशेवरों को अपने देश वापस आना पड़ सकता है। भारत में प्रतिभा की सघनता बढ़ रही है। छात्रों के पास इंजीनियरिंग, चिकित्सा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जाने का मौका है, और यह यह संकेत देता है कि यहां उद्यमिता की क्षमता को विकसित करने की आवश्यकता है।”
तेलंगाना सरकार के आईटी सलाहकार साई कृष्णा ने भी इसी तरह की बात कही। उन्होंने कहा कि यह नीति भारत के हित में है, क्योंकि यह एक मजबूत घरेलू तकनीकी प्रतिभा प्रणाली को बढ़ावा देगी। उन्होंने कहा, “भारत के विभिन्न क्षेत्रों में धीमी गति से विकास हो रहा है, लेकिन नवाचार और क्रिएटिविटी आगे बढ़ती रहेगी।”