उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने कृषि उपकरणों पर कर कम या हटा दिया है, जिससे जीएसटी की दर 5 प्रतिशत तक कम हो गई है, जिससे किसानों को सीधा लाभ हुआ है। दो पहिया वाहनों, नोटबुक और स्टेशनरी पर कर भी कम किया गया है। जीएसटी 2500 रुपये तक के जूतों पर 5 प्रतिशत तक कम कर दिया गया है, जिससे आगरा के जूते उद्योग को राहत मिली है। इसी तरह, 2500 रुपये तक के तैयार किए हुए कपड़ों पर अब केवल 5 प्रतिशत जीएसटी लगेगा, जिससे राज्य के टेक्सटाइल क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, “क्योंकि 2500 रुपये तक के तैयार किए हुए कपड़ों पर जीएसटी कम हुई है, उत्तर प्रदेश एक बड़ा कपड़ा उत्पादन केंद्र बन सकता है।” उन्होंने कहा कि इन उपायों से देश की जीडीपी में 2 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे उत्तर प्रदेश की भी हिस्सेदारी बढ़ेगी।
इन सुधारों के बावजूद, उन्होंने कहा कि पिछले साल ही उत्तर प्रदेश ने जीएसटी से 1.15 लाख करोड़ रुपये की आय की है। उन्होंने कहा कि कर चुकानी भी काफी बढ़ गई है, जो पहले 12,000 करोड़ रुपये से बढ़कर अब 55,000 करोड़ रुपये हो गई है।
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि किसान जिन मेंथॉल और पुदीना की खेती करते हैं, उन्हें पहले सिंथेटिक विकल्पों के साथ प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता था। उन्होंने कहा, “नई कर संरचना के तहत, स्वदेशी मेंथॉल को केवल 5 प्रतिशत जीएसटी का सामना करना पड़ेगा, जबकि सिंथेटिक मेंथॉल को 18 प्रतिशत कर लगेगा। इससे स्वदेशी उत्पादों की मांग बढ़ेगी और उनके निर्यात में मदद मिलेगी, जिससे किसानों को लाभ होगा।”