मुरादाबाद की महिलाएं आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में महिलाएं अब गाय के गोबर से बने उत्पादों के जरिए आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ा रही हैं। उन्होंने पेन, होल्डर, मोबाइल स्टैंड और अन्य छोटे उत्पाद तैयार किए हैं। इन उत्पादों की बाजार में अच्छी खासी मांग है और लोग इन्हें पसंद कर रहे हैं। इस वजह से महिलाओं को इन उत्पादों से अच्छा मुनाफा हो रहा है।
गाय के गोबर से उत्पाद बनाने में लागत कम और मुनाफा ज्यादा होता है, जिससे यह महिलाओं के लिए लाभकारी व्यवसाय बन गया है। समूह की अध्यक्ष शालिनी यादव ने बताया कि उन्होंने पेन, होल्डर और मोबाइल स्टैंड तैयार किए हैं। यह सभी काम उन्होंने अपने समूह के माध्यम से किया है। उन्होंने बताया कि मोबाइल स्टैंड विशेष रूप से फायदेमंद है क्योंकि इसके इस्तेमाल से मोबाइल से निकलने वाला रेडिएशन कम होता है, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
शालिनी ने कहा कि इस समूह में 10 महिलाएं जुड़ी हुई हैं और सभी महिलाएं इसी तरह के उत्पाद बनाकर अच्छा मुनाफा कमा रही हैं। समूह के माध्यम से महिलाओं को मिला फायदा महिलाओं ने समूह का गठन कर अपने उत्पाद तैयार किए और उन्हें बाजार में बेचकर आत्मनिर्भरता हासिल की। समूह के माध्यम से काम करने से महिलाओं को अपने काम में आसानी होती है और मुनाफा भी अधिक होता है।
वर्तमान में प्रत्येक महिला को इस काम से 10 से 12 हजार रुपए प्रति माह का मुनाफा हो रहा है। इस प्रयास ने न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत की है बल्कि उन्हें अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा भी दिया है। कुल मिलाकर, मुरादाबाद की महिलाएं इस प्रयास के जरिए न केवल आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं बल्कि पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद बनाकर समाज में नई पहचान भी बना रही हैं।
यह पहल अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बन रही है कि वे भी छोटे निवेश और समूह के माध्यम से आत्मनिर्भर बन सकती हैं।