प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार ने बायोएथेनॉल प्लांट के लिए बांस की स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार स्थानीय किसानों को बांस की खेती के लिए समर्थन देगी और सीधे बांस की खरीद भी करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब बांस से एथेनॉल उत्पादन कर रहा है, और उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि पिछले विपक्षी सरकार के दौरान बांस काटने से जेल जाना पड़ता था। उन्होंने यह भी कहा कि बांस, जो आदिवासी समुदाय के दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, पर प्रतिबंध था, और वर्तमान सरकार द्वारा प्रतिबंध को हटाने से अब उत्तर-पूर्व के लोगों को महत्वपूर्ण लाभ मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लोग अपने दैनिक जीवन में विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक सामानों का उपयोग करते हैं, जैसे कि बर्तन, कप, बॉक्स, कुर्सियां, टेबल और पैकेजिंग सामग्री। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन सभी उत्पादों के लिए पॉलीप्रोपाइलीन की आवश्यकता होती है, जिसके बिना आधुनिक जीवन संभव नहीं है। उन्होंने घोषणा की कि असम को एक आधुनिक पॉलीप्रोपाइलीन प्लांट मिला है, जिससे ‘मेक इन असम’ और ‘मेक इन इंडिया’ की नींव मजबूत होगी और क्षेत्र में अन्य उत्पादन उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।