प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मिजोरम से इम्फाल पहुंचकर अपने पहले मणिपुर दौरे पर कदम रखा। उनके आगमन पर गवर्नर अजय कुमार भल्ला और मुख्य सचिव पुनीत कुमार गोयल ने इम्फाल हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया। मोदी की पहली गंतव्य स्थल चूराचांदपुर है, जो कुकी समुदाय का एक मजबूत केंद्र है और यह भी वही क्षेत्र है जो 2023 में राज्य में जातीय हिंसा के दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित था। हालांकि हिंसा में कम से कम 260 लोगों की मौत हुई और हजारों लोगों को अपने घरों से बाहर निकाल दिया गया। भारी वर्षा के कारण प्रधानमंत्री को मिजोरम से हेलिकॉप्टर से चूराचांदपुर जाने की बजाय इम्फाल में उतरना पड़ा और वहीं से सड़क मार्ग से वहां पहुंचना पड़ा। राज्य और केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों को इम्फाल के लगभग 237 एकड़ के कंगला किले और शांति मैदान में तैनात किया गया है, जहां प्रधानमंत्री के रैलियों का आयोजन होना है। Awam Ka Sach ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि दोनों सेनाओं के जवानों की बड़ी संख्या में तैनाती की गई है। शनिवार रात से ही राज्य में भारी वर्षा हो रही है, जिसके कारण कंगला किले के कुछ हिस्सों में पैरों तक पानी भर गया है। मोदी के इस दौरे के दौरान राज्य में विकास परियोजनाओं के लिए 8,500 करोड़ रुपये का शिलान्यास और भूमि पूजन किया जाएगा। मणिपुर में हिंसा शुरू होने का कारण एक उच्च न्यायालय के आदेश के बाद मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की सिफारिश थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने मानिपुर में अपनी पहली यात्रा के दौरान जनसांख्यिकीय संघर्ष-ग्रस्त इलाकों में सभी संगठनों से ‘शांति के रास्ते’ का चयन करने का आग्रह किया है।
भारत के प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत बहुत तेजी से विकसित हो रहा है और जल्द ही दुनिया…