सुल्तानपुर के ‘रामानंद सागर’ जो बच्चों को सिखा रहें हैं रामलीला का अभिनय!
सुल्तानपुर जिले के परउपुर गांव में एक अनोखी शिक्षा का केंद्र स्थापित हुआ है, जहां रिटायर्ड इंजीनियर अनिल कुमार श्रीवास्तव अपने गांव के बच्चों को रामायण और उसके पात्रों का अभिनय सिखाकर उन्हें मंच पर तैयार कर रहे हैं। उन्हें उनके गांव में रामानंद सागर के नाम से जाना जाता है, जिन्होंने टीवी पर प्रसिद्ध सीरियल ‘रामायण’ का निर्देशन किया था।
अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने अपनी नौकरी के दौरान धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में काम किया, जैसे कि हरिद्वार, चित्रकूट और बनारस। वहीं से उन्हें धार्मिक कार्यों में रुचि पैदा हुई और उन्होंने सोचा कि क्यों न रामायण के पात्रों को अपने गांव के बच्चों तक पहुंचाया जाए। इसके साथ ही उनके गांव परउपुर में होने वाली 114 साल पुरानी रामलीला भी बच्चों के अभिनय के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी है।
बच्चों को सिखा रहे रामलीला का अभिनय
सुल्तानपुर जिले के परउपुर गांव में हर साल होने वाली रामलीला में अभिनय करने वाले बच्चों के लिए अनिल कुमार श्रीवास्तव रामचरितमानस और राम के जीवन से संबंधित डायलॉग लिखते हैं और बच्चों को अभिनय की कला सिखाते हैं। इसका परिणाम यह हुआ कि आज कई बच्चे रामलीला के बड़े मंच पर अभिनय कर रहे हैं।
अनिल कुमार श्रीवास्तव के प्रयासों को देखकर गांववाले उन्हें रामानंद सागर की उपाधि दे रहे हैं। अनिल श्रीवास्तव ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई सुल्तानपुर से पूरी की और फिर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कालीकट, केरल से बीटेक की डिग्री हासिल की। इसके बाद वे इंजीनियर बने। नौकरी के दौरान उनका झुकाव रामायण और रामायण के डायलॉग की ओर था। 2008 में नौकरी से रिटायर होने के बाद उन्होंने अपने गांव के बच्चों को रामलीला जैसे मंच पर अभिनय करने में प्रशिक्षित किया और उन्हें इस क्षेत्र में पारंगत बनाया।
आज वो अपने गांव के बच्चों को भी इस फिल्ड में पारंगत बना रहे हैं। उनके प्रयासों से कई बच्चे रामलीला के बड़े मंच पर अभिनय कर रहे हैं और उनकी कला को देखकर गांववाले उनकी प्रशंसा कर रहे हैं।

