Uttar Pradesh

किसान ध्यान दें, अगेती हरी मटर खेती करना है, जानें उन्नत किस्मों की जानकारी

मटर की खेती से किसान कम समय और कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं

मटर हर घर की रसोई का एक अहम हिस्सा है, जो हरी मटर सब्जियों से लेकर पुलाव तक विभिन्न व्यंजनों में उपयोग की जाती है. इसकी अगेती किस्मों की खेती करने से किसानों को कम समय और कम लागत में ज्यादा मुनाफा हो सकता है. मटर की बुवाई के लिए सबसे अच्छा समय सितंबर से अक्टूबर तक माना जाता है, जब उगाई जाने वाली उन्नत किस्में 50 से 65 दिनों में ही तैयार हो जाती हैं.

किसान सही किस्म और सही तकनीक अपनाकर प्रति हेक्टेयर 110 से 120 क्विंटल तक मटर का उत्पादन हासिल कर सकते हैं. इसके लिए किसानों को सही बीज, सही खाद और सही पानी की व्यवस्था करनी होगी. इसके अलावा, मटर की खेती के लिए उचित जलवायु और मिट्टी की आवश्यकता होती है. किसानों को इन सभी पहलुओं का ध्यान रखना होगा ताकि वे अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें.

मटर की खेती से न केवल किसानों को आर्थिक लाभ होता है, बल्कि इससे किसानों की आय भी बढ़ती है. इसके अलावा, मटर की खेती से किसानों को रोजगार के अवसर भी मिलते हैं. इसलिए, किसानों को मटर की खेती के महत्व को समझना चाहिए और इसके लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए.

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