Uttar Pradesh

दूध में बनेगी इतनी मोटी मलाई कि खुद की आंखों पर नहीं होगा विश्वास, जानें बर्तन से लेकर दूध उबालने तक की सच्चाई को हिंदी में इस प्रकार से अनुवाद किया जा सकता है:दूध में इतनी मोटी मलाई बनेगी कि खुद की आंखों पर विश्वास नहीं होगा, जानें बर्तन से लेकर दूध उबालने तक की सच्चाई।

दूध में बनेगी इतनी मोटी मलाई कि खुद की आंखों पर नहीं होगा विश्वास

आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ वंदना उपाध्याय के अनुसार, दूध में मोटी मलाई जमाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें होती हैं। सबसे पहले, दूध को भगोने में डालकर धीमी आंच पर उबालना चाहिए। ध्यान रहे दूध को बिल्कुल भी हिलाना और चलाना नहीं है। दूध को उबाल कर भगोने में ऊपर तक आने दें, लेकिन उसे बाहर नहीं गिरने देना है। फिर उसे किसी छेद वाली प्लेट से ढककर ठंडा के लिए छोड़ दें।

दूध को ठंडा करने के बाद बिना हिलाए सीधे फ्रिज में रख दें। पूरी रात फ्रिज में रखने के बाद अगली सुबह दूध के ऊपर एकदम मोटी और गाढ़ी मलाई जम जाएगी। मलाई न केवल खाने के लिए लाभकारी और गुणकारी है, बल्कि त्वचा की देखभाल में भी रामबाण है। लोग इसमें शहद, हल्दी, बेसन या एलोवेरा जेल मिलाकर फेसपैक की तरह लगाते हैं। इसको लगाने से त्वचा मुलायम, सुंदर और निखरती है।

दूध के पोषक तत्वों को बनाए रखने के लिए मिट्टी के बर्तन सबसे अच्छे होते हैं। आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ वंदना उपाध्याय के अनुसार, “मिट्टी के बर्तन दूध के पोषक तत्वों को बनाए रखते हैं और स्वाद भी बेहतर होता है।” पीतल के बर्तन में दूध उबालने की परंपरा बहुत पुरानी है, लेकिन यह तभी सुरक्षित है जब इसकी अंदरूनी सतह पर टिन की परत चढ़ी हो। बिना टिन की परत वाले पीतल के बर्तन में दूध उबालने से उसमें अम्लीय प्रतिक्रिया हो सकती है, जिससे दूध हानिकारक हो सकता है।

एल्यूमिनियम के बर्तन सस्ते जरूर होते हैं, लेकिन इनमें दूध उबालना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। क्योंकि गर्म होने पर एल्यूमिनियम दूध में मिल सकता है, जो शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक है। ऐसे में मिट्टी का बर्तन बेहतर विकल्प है।

दूध में मोटी मलाई जमाने के लिए भैंस का दूध या फुल क्रीम दूध सबसे अच्छा विकल्प होता है। टोंड या डबल टोंड दूध में मलाई बहुत कम बनती है। पैकेट वाला दूध लेते समय ध्यान दें कि वह फुल क्रीम हो। ऐसा करने से दूध में मोटी मलाई बनती है।

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