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किसानों के लिए फायदे का सौदा है इस सब्जी की खेती, कम लागत में होगा दोगुना लाभ

बाराबंकी जिले के किसानों के लिए बैंगन की खेती एक फायदे का सौदा साबित हो रही है. यह एक लोकप्रिय नकदी फसल है, जो किसानों को निरंतर आमदनी प्रदान करती है. बैंगन की खेती की सबसे बड़ी विशेषता है कि इसे लगभग हर क्षेत्र में उगाया जा सकता है. किसानों को इस फसल से लगातार उपज मिलती रहती है. बाजार में बैंगन की मांग साल भर बनी रहती है, जिससे किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई परेशानी नहीं होती.

बाराबंकी जिले के मसौली ब्लाक क्षेत्र के गंजरिया गांव के रहने वाले किसान लवलेश ने बैंगन की खेती की शुरुआत की. उन्हें अच्छा फायदा देखने को मिला है. आज करीब दो बीघे में बैंगन की खेती कर एक फसल पर 90 से 1 लाख रुपए मुनाफा कमा रहे हैं. लवलेश ने बताया कि पहले में धान गेहूं आदि की खेती करते थे, लेकिन उसमें उन्हें इतना मुनाफा नहीं हो पा रहा था. उन्होंने सब्जियों की खेती की शुरुआत की, जिसमें भीड़ी टमाटर करेला बैंगन आदि फसलों की खेती की. उन्हें अच्छा लाभ देखने को मिला है.

बैंगन की खेती करना बहुत ही आसान है. सबसे पहले बैंगन के बीजों की नर्सरी तैयार की जाती है. उसके बाद खेत की दो से तीन बार गहरी जुताई करके फिर इसमें गोबर की खाद का छिड़काव किया जाता है. उसके बाद खेत को बराबर करके उसमें थोड़ी थोड़ी दूरी पर बैंगन के पौधे की रोपाई कर तुरंत इसकी सिचाई कर दी जाती है. बैंगन का पौधा लगाने के महज दो महीने के बाद फसल निकलना शुरू हो जाती है. इस फसल की खास बात यह है कि इसको एक बार लगाने के बाद करीब 5 से 6 महीने तक फसल मिलती रहती है.

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