How Rubbing Eyes is Secret Harmful Habits For You Cornea Vision Loss | चुपके से ऐसे नुकसान पहुंचाता है आंखों का बार-बार मलना, खुद के न बनें दुश्मन

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How Rubbing Eyes is Secret Harmful Habits For You Cornea Vision Loss | चुपके से ऐसे नुकसान पहुंचाता है आंखों का बार-बार मलना, खुद के न बनें दुश्मन



Rubbing Your Eyes: आंखें हमारे शरीर का बेहद नाजुक हिस्सा हैं, जिन्हें जरा सी लापरवाही से भी नुकसान पहुंच सकता है. अक्सर लोग नींद पूरी न होने, थकान या खुजली की वजह से बार-बार आंखों को मलते रहते हैं. ये आदत देखने में भले ही मामूली लगे, लेकिन लंबे समय में आंखों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक आंखों को मलने से इंफेक्श का खतरा बढ़ता है और ये आंखों की रोशनी तक को अफेक्ट कर सकता है. आइए जानते हैं आंखों को मलने के 5 बड़े नुकसान कौन-कौन से हैं.
आंखों को मलने के नुकसान
1. इंफेक्श का खतरा

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हाथों में दिनभर धूल, मिट्टी और बैक्टीरिया लगे रहते हैं. जब हम उन्हीं हाथों से आंखों को मलते हैं तो ये बैक्टीरिया आसानी से आंखों में पहुंच जाते हैं. इससे कंजक्टिवाइटिस (आंख आना), रेडनेस और सूजन जैसी परेशानियां हो सकती हैं. बार-बार ऐसा होने पर आंखों का नेचुरल डिफेंस मैकेनिज्म कमजोर हो सकता है.
2. कॉर्निया पर खरोंच पड़नाआंखों की सतह यानी कॉर्निया बेहद सेंसिटिव होती है. जब हम जोर से आंखें मलते हैं तो कॉर्निया पर छोटे-छोटे खरोंच (Corneal Abrasion) पड़ सकते हैं. ये न सिर्फ दर्द और जलन पैदा करता है बल्कि रोशनी में देखने में दिक्कत और धुंधला नजर आने जैसी समस्या भी दे सकता है. गंभीर मामलों में यह कॉर्नियल इंफेक्शन का रूप ले सकता है.
3. ग्लूकोमा का खतरा
हद से ज्यादा आंख मलने से आंखों पर दबाव बढ़ जाता है. ये आदत लंबे समय तक चलती रहे तो ग्लूकोमा जैसी गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ सकता है. ग्लूकोमा में आंख की ऑप्टिक नर्व धीरे-धीरे खराब होने लगती है और अगर वक्त रहते इलाज न हो तो परमानेंट विजन लॉस तक हो सकता है.
4. डार्क सर्कल और झुर्रियांआंखों के आसपास की त्वचा बहुत पतली और नाजुक होती है. जब हम लगातार आंखों को मलते हैं तो वहां की ब्लड वेसल्स पर दबाव पड़ता है, जिससे डार्क सर्कल गहरे हो जाते हैं. इसके अलावा रगड़ने से स्किन की इलास्टिसिटी कम हो जाती है, जिसकी वजह से वक्त से पहले झुर्रियां और ढीलापन आ सकता है.
5. नजरें कमजोर होनाअगर आंखों में पहले से ही मायोपियाया एस्टीग्मैटिज्म जैसी समस्या है, तो बार-बार आंख मलने से यह और ज्यादा बढ़ सकती है. आंखों पर दबाव बनने से कॉर्निया का शेप अफेक्ट होता है, जिससे चश्मे का नंबर तेजी से चढ़ने लगता है और नजर कमजोर होती जाती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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