Uttar Pradesh

Photo Gallery: Eucalyptus Tree Planting Guide, Become a Millionaire in 5 Years, Uttar Pradesh News

Last Updated:August 24, 2025, 11:37 ISTअगर आपकी जमीन खाली पड़ी है या खेती से अपेक्षित लाभ नहीं मिल रहा है, तो यूकेलिप्टस यानी सफेदा की खेती आपके लिए सोने पर सुहागा साबित हो सकती है. सिर्फ 5 साल में सही तरीके से लगाए गए ये पेड़ आपको लाखों का मुनाफा दे सकते हैं. इस पौधे की सही देखभाल, मिट्टी और जल निकासी के अनुसार रोपाई करने से आप न केवल लकड़ी बेचकर कमाई कर सकते हैं, बल्कि अंतरफसली फसलों से अतिरिक्त लाभ भी कमा सकते हैं. किसान भोलानाथ बताते हैं कि यूकेलिप्टस को सफेदा भी कहा जाता है इसकी खेती करने वाले किसानों को संयम बरतने की जरूरत होती है. यह पौधा तकरीबन 8 से 10 साल में एक पेड़ के तौर पर तैयार होता है. इसके बाद इस पेड़ की लकड़ियों को बेच कर हम आराम से 10 से 12 लाख रुपए की कमाई कर सकते हैं. विशेषज्ञ की मानें तो खेतों में पौधे यदि सघन लगाए गए हैं तो इसकी लकड़ियों का उपयोग चौथे वर्ष से भी करना शुरू कर सकते हैं. हालांकि गिरते जलस्तर की वजह से सरकार यूकेलिप्टस की खेती को प्रमोट नहीं करती है, बल्कि कई जगहों पर रोपाई के लिए मिलने वाले इसके पौधों के कीमतों में भी इजाफा भी कर दिया है. यूकेलिप्टस के पौधों को उन क्षेत्रों में लगाना चाहिए जहां तापमान तकरीबन 30 से 35 डिग्री के आसपास हो. सफेदा के पौधों को लगाते समय आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप जहां ये पौधे लगा रहे हैं वहां ठीक-ठाक जल निकासी की व्यवस्था हो. सफेदा के पौधों के विकास के लिए दोमट मिट्टी सबसे ज्यादा उपयुक्त मानी जाती है. क्योंकि इस मिट्टी में सफेदा के पौधे की जड़ें आसानी से पकड़ लेती हैं और बहुत जल्दी विकसित हो जाते हैं. सफेदा के पौधे लगाने के लिए सबसे पहले खेतों की जुताई कर लेना चाहिए. जुताई करने के बाद मिट्टी को अच्छी तरह से समतल कर लें. खेत समतल होने के बाद 5 फिट की दूरी पर एक फिट चौड़ाई और गहराई के गड्डे तैयार कर लें. वन विशेषज्ञ विभाष सिंह बताते हैं कि प्रत्येक पंक्तियों के बीच 5 से 6 फिट की दूरी जरूर रखना चाहिए. क्योंकि पौधे के बीच आप अंतरफसली फसलों की खेती कर अच्छा-खासा मुनाफा कमा सकते हैं. इस पौधे की खेती करने वाले किसान भोलानाथ बताते हैं दीमक की वजह से इस फसल को बेहद नुकसान होता है. इसके अलावा पौधों में गांठ बनने की समस्या भी सामने आती है. ऐसे में विशेषज्ञों की सलाह से किसानों को समय-समय पर कीट और रोगों से रोकथाम के लिए रसायनों का प्रयोग करना चाहिए. सफेदा या यूकेलिप्टस की लकड़ी की बाजार में भारी मांग है. इसकी लकड़ी फर्नीचर, ईंधन तथा कागज की लुगदी बनाने के काम आती है. हालांकि इसे पर्यावरण का आतंकवादी भी कहा जाता है क्योंकि यह नमी को तेजी से सोखता है.First Published :August 24, 2025, 11:37 ISThomeagriculturePhoto Gallery:किसानों को लखपति बना देगा ये पेड़, बस जान लें लगाने का सही तरीका

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